इसे दुर्भाग्यपूर्ण ही कहा जा सकता है कि देश जून 2023 में जनसंख्या के मामले में चीन को पछाड़ कर उससे आगे हो सकता है, यानी भारत दुनिया में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन सकता है। जनसंख्या की बढ़ोतरी के लिए क्या जनता को ही दोषी ठहराया जा सकता है? या फिर जनता और सरकार दोनों को? ऐसा लगता है कि जनता और आती-जाती सरकारें दोनों को ही दोषी ठहराया जा सकता है।
देश की आजादी के कुछ साल बाद परिवार नियोजन पर सरकार ने तवज्जो देना शुरू किया और देश इसमें सफलता की सीढिय़ां चढ़ता रहा। एमरजेंसी के दौरान भी परिवार नियोजन जोरों से चलता रहा, लेकिन कुछ ज्यादतियां होने की शिकायतों की वजह से रफ्तार धीमी पड़ गई। अब अनिवार्य रूप से जनसंख्या वृद्धि को रोकना होगा।
-रूप सिंह नेगी, सोलन
By: divyahimachal