लखीमपुर खीरी कांडः संयुक्त किसान मोर्चे का सोमवार को 'रेल रोको' आंदोलन, कहा- अजय मिश्रा को मंत्री पद से तुरंत हटाकर किया जाए गिरफ्तार
तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में आशीष और उसके कुछ अन्य साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया.
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को ऐलान किया है कि लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर सोमवार को छह घंटे तक का राष्ट्रव्यापी 'रेल रोको' प्रदर्शन किया जाएगा. पूरे भारत में रेल सेवाएं सुबह 10 से शाम 4 बजे तक बाधित रहेंगी. रेल संपत्ति को बिना क्षति पहुंचाए शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जाएगा. एसकेएम तीन अक्टूबर को हुई लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को हटाए जाने और गिरफ्तार किए जाने की मांग कर रहा हैय
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि अजय मिश्रा टेनी को भारत सरकार में मंत्री पद से हटाकर तत्काल गिरफ्तार किया जाए. एसकेएम ने चेतावनी दी है कि जब तक इस मामले में न्याय नहीं मिल जाता तब तक प्रदर्शन लगातार तेज होता जाएगा.
इससे पहले भी आठ अक्टूबर को एसकेएम ने चेतावनी दी थी कि अगर 11 अक्टूबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे 18 अक्टूबर को देशव्यापी 'रेल रोको' प्रदर्शन का आह्वान करेंगे. उसने बयान जारी कर कहा था कि मोर्चा लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) और जांच आयोग को खारिज करता है. मोर्चे ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने और इसकी निगरानी सीधे सुप्रीम कोर्ट के जज की ओर से किए जाने की मांग उठाई थी.
किसानों ने अजय मिश्रा और केंद्र सरकार का फूंका पुतला
बीते दिन दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बोर्डर पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने लखीमपुर खीरी हिंसा के खिलाफ विरोध प्रकट करते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा और केंद्र सरकार का पुतला दहन किया था. भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष राजबीर सिंह जादौन ने कहा था कि जब तक केंद्रीय मंत्री इस्तीफा नहीं देंगे तब तक लखीमपुर हिंसा की जांच निष्पक्ष तरीके से नहीं हो सकती. लखीमपुर हिंसा मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा पर हत्या का आरोप है और वह अभी जेल में है.
मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा को नौ अक्टूबर को किया गया था गिरफ्तार
घटना के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की नौ अक्टूबर को गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने अंकित दास और लतीफ को भी 13 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया था. आशीष मिश्रा के करीबी दोस्त कहे जाने वाले अंकित दास और लतीफ उर्फ काले लखीमपुर में अपराध शाखा कार्यालय में एसआईटी के सामने हाजिर हुए थे, जहां उन्हें पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. अंकित दास दिवंगत पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं. आरोप है कि वारदात के दिन चार किसानों को कुचलने वाली एसयूवी के पीछे वाली गाड़ी अंकित दास की ही थी. तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी जिले के तिकोनिया क्षेत्र में किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में आशीष और उसके कुछ अन्य साथियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया.