भारत ने तरक्की की, तो फिर गरीबी क्यों?
भारत को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए। हमारे नेता लोग कहते हैं कि हमारे देश ने बहुत तरक्की की, तो फिर गरीबी का नारा लगाकर लोगों को मुफ्त राशन क्यों
भारत को आजाद हुए 75 वर्ष हो गए। हमारे नेता लोग कहते हैं कि हमारे देश ने बहुत तरक्की की, तो फिर गरीबी का नारा लगाकर लोगों को मुफ्त राशन क्यों? भारत के आम नागरिक जिनके राशन कार्ड हंै, उन्हें सस्ता राशन मिल रहा है। 1970 से पहले सस्ते राशन की दुकानें बहुत कम हुआ करती थी और डिपो में केवल चीनी मिलती थी। जब हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री शांता कुमार हुए तो उन्होंने चीनी का बाजार भाव ढाई रुपए किलो कर दिया। बहुत कम लोग सरकारी डिपो से चीनी लाते थे। चोर बाजारी भी बंद हो गई। आज हमें सस्ते राशन की दुकान से आटा, चावल, तीन-चार प्रकार की दालें, तेल, डालडा घी व चाय पत्ती मिल रही है। खेतों में काम किए बिना ही किसानों को वार्षिक छह हजार रुपए मिल रहे हैं। कई अन्य सुविधाएं भी दी जा रही हैं। ये सुविधाएं पात्र लोगों को ही मिलनी चाहिएं।
सोर्स- divyahimachal