आप अपना काम उस तरह पूरा करें जो आपकी जीवनशैली के अनुकूल हो
इस सोमवार रात मैं एक बहुत हाईप्रोफाइल शादी में गया, वहां अमेरिका में बस चुके दो युवा परिणय सूत्र में बंधे
एन. रघुरामन का कॉलम:
इस सोमवार रात मैं एक बहुत हाईप्रोफाइल शादी में गया, वहां अमेरिका में बस चुके दो युवा परिणय सूत्र में बंधे। रिसेप्शन में कामकाज से जुड़ी बात हो रही थी कि कैसे उनकी संबंधित कंपनियां सारे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (डब्ल्यूएफएच) की संस्कृति से जोड़ पाईं। ज्यादा वक्त नहीं हुआ जब वायरस ने खबरों के रूप में दस्तक दी। वहां मौजूद हर कोई दुनियाभर में मौजूद विभिन्न बहुराष्ट्रीय कंपनियों से जुड़ा था और बताने की कोशिश कर रहा था कि किस तारीख से ये नई संस्कृति शुरू हुई, जिसने हर घर को वर्कप्लेस बना दिया।
तब मुझे मेलेनी डेरोम याद आईं, जिनके बारे में मैंने पढ़ा था कि कैसे वह एक दशक से वर्क फ्रॉम होम कर रही हैं! हां आपने सही पढ़ा। उनके परिवार में दो बच्चे और पति हैं। पर जब बच्चे छोटे थे और शुरुआती सालों में वह दिन के किसी भी समय उनके लिए उपलब्ध रहीं। ऐसा नहीं है कि वह पार्ट टाइम करने वाली या गिग कर्मचारी थीं और उनके पति काम पर जाते थे। दुनिया की सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक के साथ जुड़ी वह कंपनी का सबसे जिम्मेदार काम कर रही थीं।
वह पिछले 11 सालों से डेल टेक्नोलॉजीज़ की पूरी वर्चुअल टीम की सदस्य रहीं। आज वह ग्लोबल सोशल इम्पैक्ट पब्लिक रिलेशंस को लीड करती हैं और यूके में रहती हैं। हममें से अधिकांश लोगों के लिए जिंदगी मार्च 2020 के बाद से बदली, जब हमारे किचन प्लेटफार्म ऑफिस टेबल में तब्दील हो गए। मेलेनी के लिए यह एक तोहफा था। क्योंकि उनके पति ने डब्ल्यूएफएच शुरू कर दिया था और उनकी जिंदगी बेहतर हो रही थी।
पति सुबह जल्दी काम शुरू कर देते और ऊपरी मंजिल से लंच के लिए नीचे के फ्लोर पर 'घर आते' और फिर मेलेनी काम शुरू कर देतीं जो देर शाम तक चलता। इसका मतलब कि बच्चों को पूरे दिन माता-पिता दोनों को साथ मिलता। सुविधाजनक व लचीली टीमें बनाने के 10 साल बाद कंपनी को वर्चुअल कामगारों की ताकत के इस्तेमाल के बारे में बहुत कुछ समझ आ गया। महामारी के बाद रिमोट कामकाज में नई कंपनियों के लिए डेल टेक्नोलॉजीज़ अग्रणी है, जिसके पदचिह्नों पर चला जा सकता है।
कुछ लोग नहीं जानते कि डब्ल्यूएफएच सालों पहले एक अलग 'कनेक्टेड वर्कप्लेस' नाम से जाना जाता था, जहां कोई भी कहीं से भी काम कर सकता था, पर वे इंटरनेट से जुड़े रहते थे। 2009 में 'कनेक्टेड वर्कप्लेस' शुरू करने की वजह थी कि कैसे कंपनी दुनियाभर में अपने दफ्तरों का सबसे अच्छा इस्तेमाल कर सकती है। तब जाकर डेल को अहसास हुआ कि अगर वे अधिक से अधिक लचीली कार्य संस्कृति अपनाते हैं, तब कंपनी पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा।
इस तरह 2020 से काफी पहले डेल टेक्नोलॉजीज़ में 65% कर्मचारियों के लचीले काम के घंटों के साथ 'कनेक्टेड वर्कप्लेस' प्रचलित हो गया। कंपनी को जल्द पता चल गया कि वित्तीय लाभ के परे भी फायदे होते हैं। उन्होंने अपना टैलेंट पूल व्यापक किया, ज्यादा विविध कर्मचारियों के लिए अवसर खोले। उनका आकलन है कि चंद लोगों के ऑफिस आने के कारण, अकेले अमेरिका में ही कर्मचारियों ने सालाना 219 मिलियन किलोमीटर यात्रा बचाई, इसका मतलब है कार्बन फुटप्रिंट में कमी, इसके अलावा काम में संतुष्टि के साथ हर कर्मचारी ने उत्पादकता में अधिक योगदान दिया।
फंडा यह है ऐसे कंपनी के लिए काम करना हमेशा संतोषप्रद होता है, जो आप पर विश्वास जताती हैं कि आप अपना काम उस तरह पूरा करें जो आपकी जीवनशैली के अनुकूल हो, क्योंकि काम सिर्फ एक गतिविधि है और यह सिर्फ ऑफिस की जगह पर निर्भर नहीं होता।