परीक्षा की घड़ी: कोरोना के चलते सीबीएसई की परीक्षाओं पर राजनीति की छाया, शिक्षा मंत्रालय पर बढ़ा दबाव
यह निराशाजनक है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की परीक्षाओं को लेकर भी राजनीति शुरू होती दिख रही है।
भूपेंद्र सिंह| यह निराशाजनक है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी सीबीएसई की परीक्षाओं को लेकर भी राजनीति शुरू होती दिख रही है। यह मानने के अच्छे-भले कारण हैं कि ऐसा इसीलिए किया जा रहा है ताकि खुद को छात्रों के हितैषी के रूप मे पेश किया जा सके। यह रवैया ठीक नहीं, लेकिन बोर्ड परीक्षाओं को लेकर हो रही राजनीति पर लगाम भी तभी लग सकती है जब शिक्षा मंत्रालय की ओर से कोई स्पष्ट घोषणा कर दी जाए। चूंकि कई राज्यों ने अपने यहां की बोर्ड परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है या उन्हें आगे बढ़ाकर नई तिथियां घोषित कर दी हैं, इसलिए शिक्षा मंत्रालय पर भी सीबीएसई परीक्षाओं के संदर्भ में ऐसा ही कुछ करने का दबाव है। उसे इस दबाव में आए बगैर जो छात्रों के हित में हो, वही फैसला करना चाहिए। जैसे परीक्षा न कराना छात्रों के लिए हितकारी नहीं हो सकता, वैसे ही परीक्षाओं को लेकर असमंजस कायम रहना भी। असमंजस की स्थिति छात्रों को और अधिक तनावग्रस्त ही करेगी। यह ध्यान रहे कि बोर्ड परीक्षा को लेकर छात्र पहले से ही तनाव के शिकार रहते हैं। चूंकि महामारी ने उनकी पढ़ाई में खलल डाला है, इसलिए उनका तनाव और बढ़ गया है। इन स्थितियों में उचित यही होगा कि परीक्षा पर जल्द फैसला लिया जाए।