उद्यमियों को वरिष्ठ नागरिकों के जीवन के बारे में सोचना चाहिए, वे ही आपके अगले ग्राहक
ओपिनियन
एन. रघुरामन का कॉलम:
अगर आपको लगता है कि 'स्मार्ट गैजेट' सिर्फ युवाओं के लिए ट्रेंड में हैं, तो इलेक्ट्रॉनिक्स की दुनिया में चल रही चीजें देखना चाहिए। जीवन प्रत्याशा बढ़ने के साथ गैजेट निर्माता घर पर सहूलियतें बढ़ाते हुए बुढ़ापा आरामदेह बना रहे हैं। कंपनियां ढेरों हालात की कल्पना कर रही हैं जैसे बुजुर्गों का देर रात बाथ रूम जाते सेंटर टेबल से टकराना या ऊपर कमरे का पंखा बंद करना भूलना और दोबारा सीढ़ी चढ़कर पंखा बंद करने में कठिनाई होना या बाकी चीजों के बीच आंसरिंग डोरबैल का जवाब देने में समस्या होना, इन सबके लिए ये स्मार्ट समाधान का आविष्कार कर रही हैं।
यहां कुछ ऐसे स्मार्ट उपकरणों का जिक्र है, जो अमेरिका में लोगों को आराम से बुढ़ापा गुजारने में मदद कर रहे हैं। स्मार्ट बल्ब्सः किसी भी मानक होल्डर में बल्ब कसें और इसे फोन या टैबलेट पर एप से जोड़ें। इसे रिमोट से नियंत्रित कर सकते हैं या इसे 'अवे' मोड पर सेट कर सकते हैं, यह लाइट को यूं ही जला-बुझा सकता है, ताकि आप जब घर पर ना हों, तब भी यह आपकी मौजूदगी दर्शाए। स्मार्ट प्लग्सः घर में स्मार्ट उपकरण जोड़ने के लिए ये सबसे आसान व सस्ता तरीका है।
इनमें से एक छोटे स्विच को बिजली पॉइंट से जोड़ें, निर्देशों का पालन करें और इसे एप और वाईफाई से जोड़ें और फिर एक ऑन/ऑफ उपकरण प्लग करें। इससे घर के किसी भी हिस्से की लाइट, पंखा या और कोई भी उपकरण नियंत्रित करने में मदद मिलेगी। आप शाम को लाइट चालू या सोने के बाद टाइमर से बंद कर सकते हैं। स्मार्ट वीडियो डोरबैलः जब कोई दरवाजे पर होता है तो यह सचेत करती है और आप घर पर हो या ना हों, यह गेट पर मौजूद इंसान को देखने के साथ उससे बात करने की सुविधा भी देती है।
यह विशेषकर उनके लिए उपयोगी है, जो दिव्यांग होते हैं। अगर डोरबैल का एक्सेस पड़ोसी या केयरटेकर के पास है, तो यह गेट के आसपास की गतिविधि पर आगाह करती है, भले ही किसी ने वाकई घंटी ना बजाई हो। स्मोक डिटेक्टर्सः जाहिर है यह धुंए का अलर्ट देता है और आग या आपात स्थिति में आपके साथ छह और लोगों को बताता है। अगर कोई आधी रात को घर से बाहर गया है या खिड़की या दरवाजे बहुत देर तक खुले हैं, तब भी यह अलर्ट करता है।
इस श्रेणी में कुछ चिकित्सा सेवाएं व आपातकालीन मदद मासिक शुल्क के साथ चौबीसों घंटे उपलब्ध हैं। स्मार्ट स्क्रीनः ये फोन कॉल से कहीं ज्यादा पर्सनल हैं, ये स्मार्ट स्पीकर से परे जाकर केयरटेकर्स व टेलीमेडिसिन वालों को बुजुर्गों से जुड़े रहने की सुविधा देती हैं। ये वॉयस कमांड का भी प्रयोग करती हैं, यानी वे संगीत चलाने, फोन करने, लाइट कंट्रोल करने, लाइव वीडियो देखने, कैमरे, डोरबैल आंसर करने के अलावा किसी भी स्मार्ट उपकरण को सक्रिय करने के लिए एक तरह के कंट्रोल रूम जैसे काम करती हैं।
स्मार्ट सेंसर्सः पूरे घर में गतिविधियों की निगरानी के लिए ये छोटे, अमूमन बैटरी से संचालित बिना तार के उपकरण खिड़की-दरवाजे, केबिनेट्स या बाकी जगहों पर लग जाते हैं। सेंसर्स इस हिसाब से सेट कर सकते हैं कि वहां कोई प्रवेश करे तो केयरटेकर को अलर्ट भेज सकें।
याद रखें कि देश की 10% आबादी वरिष्ठ नागरिकों की है, जिन्हें न सिर्फ ऐसी सहूलियतों की जरूरत है, बल्कि हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति को देखते हुए इससे कहीं ज्यादा की जरूरत है। अगर आप उद्ममी बनना चाहते हैं, तो उनकी समस्याएं नजदीक से पहचानने और समाधान के लिए 'स्मार्ट सॉल्यूशन' देने की जरूरत है।
फंडा यह है कि वरिष्ठ नागरिकों के जीवन को आरामदायक, सुविधाजनक, सुरक्षित व स्मार्ट बनाने के लिए गैजेट्स नहीं...तो ऐसी ढेरों और सुविधाओं के बारे में सोचें, क्योंकि वे आपके अगले ग्राहक हैं।