दरकते पहाड़
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पहाड़ टूट कर गिरने की बड़ी घटना ने इस बात की चेतावनी दी है कि इन इलाकों में भूस्खलन आज कितने बड़े खतरे का रूप ले चुका है।
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर पहाड़ टूट कर गिरने की बड़ी घटना ने इस बात की चेतावनी दी है कि इन इलाकों में भूस्खलन आज कितने बड़े खतरे का रूप ले चुका है। हाल के दिनों में पहाड़ ढहने की कई घटनाओं ने स्थानीय से लेकर पर्यटन क्षेत्र के सभी लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। यों इस तरह के हालात के लिए आमतौर पर मानवीय गतिविधियां ही मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं, लेकिन पर्यावरण में जिस तरह के बदलाव आ रहे हैं, उसके मद्देनजर भी प्रकृति का व्यवहार कुछ उग्र होता दिख रहा है। बुधवार को किन्नौर जिले के भावानगर उपमंडल में पहाड़ दरकने और एक बड़ा हिस्सा ढह जाने की वजह से वहां सड़क से गुजरते कई वाहन उसकी चपेट में आ गए। नतीजतन, कई लोगों की जान चली गई। बचाव दलों ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों के शव निकाले और कम से कम इतने ही लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हालांकि पहाड़ का मलबा जितने बड़े दायरे में ढह कर गिरा, उसमें कई और लोगों के दबे होने की आशंका है।