जब आसमान के बीचोबीच फट पड़ा था प्लेन का एक हिस्सा, नीचे गिर गया था 8 महीने का बच्चा, कप्तान की समझदारी से बची 118 जाने
फट पड़ा था प्लेन का एक हिस्सा
हवाई यात्रा को सबसे सुरक्षित माना जाता है. साथ ही अपनी स्पीड की वजह से भी ये साधन लोगों का पसंदीदा होता है. लेकिन खतरा भला किस चीज में नहीं है. भले ही प्लेन की उड़ान से पहले सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये जाते हैं और सब कुछ अच्छे से चेक किया जाता है लेकिन इसके बावजूद अगर हादसा होना लिखा है तो होगा ही. 1986 में एक ऐसी ही हवाई दुर्घटना हुई थी. इसमें ग्यारह हजार फ़ीट की ऊंचाई पर प्लेन में अचानक विस्फोट (Bomb Attack AT 11 Thousand Feet) हो गया था. इसमें प्लेन के बीच का हिस्सा पूरी तरह उड़ गया था.
पैसेंजर जेट में हुए इस हादसे में अंदर बैठे चार यात्री बाहर गिर गए थे. इसमें एक आठ महीने का बच्चा भी शामिल था. बच्चा अपनी मां की गोद में बैठा था. उसके साथ ही वो नीचे गिर गया था. ये हादसा TWA फ्लैट 840 में हुआ था. हादसे के समय प्लेन ग्रीस के ऊपर से गुजर रहा था. विस्फोट होने की वजह से प्लेन में छह बाई तीन फीट बड़ा छेद हो गया था. पैसेंजर कम्पार्टमेंट के फ्लोर लेवल पर ये छेद हो गया था.
एक ही परिवार के थे तीन मृतक
इस हादसे में चार लोग नीचे गिरे थे जिनकी बॉडी एथेंस में हादसे के करीब 87 मील दुरी पर मिली थी. इन चार में से तीन एक ही परिवार के थे. बताया जाता है कि ये दादी, पोती और पोती की बेटी थी. एक अन्य शख्स भी छेद होते ही नीचे गिर गया था. प्लेन में बैठे एक यात्री ने हादसे के बारे में बताया था कि जैसे ही धमाका हुआ उसने देखा कि उसके बगल में बैठा शख्स अब वहां नहीं था. उसे भी ऐसा लगा कि हवा का प्रेशर उसे नीचे खींच रहा है लेकिन उसने अपनी बीवी की सीट का बेल्ट जोर से पकड़ लिया था.
कप्तान की समझदारी से बची 118 जाने
इस हादसे में इन चार लोगों के अलावा बाकी के 118 पैसेंजर और क्रू मेंबर को बचा लिया गया था. प्लेन के कप्तान रिचर्ड पीटरसन की काफी सराहना हुई थी. हादसे के बाद उसने काफी समझदारी से प्लेन की इमरजेंसी लैंडिंग करवाकर बाकी लोगों की जान बचा ली थी. हादसे के बाद प्लेन की लैंडिंग के बाद इनमें से सात यात्रियों को अस्पताल ले जाया गया था जबकि बाकी अपने घर चले गए थे.