इस छात्रा ने चावल के दानों पर लिखी पूरी भगवद् गीता...बनी भारत की पहली माइक्रो आर्टिस्ट

जब पूरी मेहनत के साथ कुछ अलग करने की ठान लो तो दुनिया की कोई चीज उसे नहीं रोक सकती है

Update: 2020-10-20 14:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जब पूरी मेहनत के साथ कुछ अलग करने की ठान लो तो दुनिया की कोई चीज उसे नहीं रोक सकती है. ऐसा ही कुछ कमाल किया है हैदराबाद (Hyderabad) की एक लॉ स्टूडेंट (Law Student) ने. उन्होंने 4,042 चावल के दानों पर पूरी भगवद् गीता (Bhagavad Gita) लिख डाली है. आपको बता दें कि इस छात्रा का कहना है कि वह देश की पहली महिला माइक्रो-आर्टिस्ट (Micro Artist) है. इस छात्रा ने अपना हालिया माइक्रो आर्ट प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिसमें उसने 4,042 चावल के दानों पर पूरी भगवद् गीता लिखी है. माइक्रो आर्टिस्ट रामागिरी स्वरिका का कहना है, कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में उसे पूरे 150 घंटे का समय लगा है. उसने अब तक 2 हजार से ज्यादा माइक्रो आर्टवर्क बनाएं हैं. वह मिल्क आर्ट, पेपर कार्विंग, तिल के बीज पर ड्रॉइंग भी करती हैं. 

इससे पहले रामागिरी स्वारिका ने बालों पर संविधान की प्रस्तावना लिखी थी, जिसके लिए उन्हें तेलंगाना के गवर्नर द्वारा सम्मानित किया गया था. रामागिरी स्वरिका ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर अपने काम के लिए पहचाने जाने के बाद वह अपनी कलाकृतियों को अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्मों पर ले जाने के लिए तैयार हो रही हैं. रामागिरी ने बताया कि उन्हें हमेशा से ही कला और संगीत में रुचि थी और उन्हें बचपन से ही कई पुरस्कार मिल चुके हैं. उन्होंने पिछले चार साल से चावल के दाने पर भगवान गणेश के चित्र के साथ माइक्रो आर्ट करना शुरू किया था. फिर एक ही चावल के दाने पर अंग्रेजी वर्णमाला भी लिखी थी. साल 2019 में रामागिरी को दिल्ली सांस्कृतिक अकादमी से राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उन्हें भारत की पहली माइक्रो आर्टिस्ट (India's First Micro-Artist) के रूप में मान्यता दी गई.

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