बेहद दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा 11 महीने का ये बच्चा
दुनिया में लोगों को कई तरह की बीमारियां (Disease) होती हैं
दुनिया में लोगों को कई तरह की बीमारियां (Disease) होती हैं. इनमें से कुछ इतनी दुर्लभ होती हैं, जिसके इलाज को लेकर वैज्ञानिक अभी भी माथापच्ची कर रहे हैं. वहीं, कुछ बीमारियों के तो नामकरण तक नहीं हो पाए हैं. ब्रिटेन (Britain) का 11 महीने का एक बच्चा ऐसी ही अजीबोगरीब बीमारी (Rare Disease) से जूझ रहा है. अब इस बेनाम बीमारी के कारण बच्चे की मां रोज उसे तिल-तिल कर मरता हुआ देखने को मजबूर है. आपको बता दें कि दुनिया में ऐसे केवल 16 बच्चे हैं, जो इस रेयर मेडिकल कंडीशन से जूझ रहे हैं. इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि ये कैसी बीमारी होगी?
ब्रिटेन की लुसिंडा एंड्रयू नाम की एक महिला अपने 11 महीने के बेटे को अजीबोगरीब बीमारी से बचाने के लिए दिन-रात एक किए हुए है. दुख की बात है कि उनके बेटे को ऐसी बीमारी हुई है, जिसके बारे में डॉक्टर्स को भी अंदाजा नहीं है. ये बीमारी इतनी दुर्लभ है, इसका अब तक कोई नाम तक नहीं है. वेबसाइट मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, बच्चे को टीबीसीडी जीन से जुड़ी बीमारी है. जिसमें मरीज का दिमाग मांसपेशियों को सिग्नल नहीं भेजता. इस कारण 11 महीने के लियो में मूवमेंट नहीं है.
बेहद दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा लियो
टीबीसीडी बीमारी के चलते लियो को कई बार झटके आने लगते हैं और वह हिल तक नहीं पाता. डॉक्टर्स का कहना है कि इस बीमारी के चलते बच्चे की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर पड़ती जाएंगी और वह ठीक से सांस भी नहीं ले पाएगा. वहीं, लियो की मां उसे हर पल तिल-तिलकर मरता हुआ देख मजबूर है. लुसिंडा चाहती है कि उसके बच्चे का इलाज जल्द से जल्द शुरू हो, क्योंकि हर गुजरता दिन लियो को उसकी मौत के और भी करीब ले जा रहा है.
एक ओर जहां वैज्ञानिक इस बीमारी के बारे में माथापच्ची कर रहे हैं, वहीं लुसिंडा भी अपने स्तर से गूगल पर इअस बीमारी पर रिसर्च कर रही हैं. इंटरनेट को काफी खंगालने के बाद उन्हें पता चला कि अमेरिकी कंपनी बायोटेक दुर्लभ बीमारियों के लिए नई दवाएं बनाती हैं. लुसिंडा का कहना है कि अब बायोटेक कंपनी ही उसके बच्चे का एकमात्र सहारा है. हालांकि, इस नई दवा के इजाद के लिए काफी पैसे खर्च होंगे.
मां क्राउड फंडिंग से जुटा रही 2 करोड़
लुसिंडा ने अब अपने बच्चे को बचाने के लिए क्राउड फंडिंग के जरिए दो करोड़ रुपए जुटाने का फैसला किया है. वेबसाइट मिरर से बातचीत करते हुए लुसिंडा ने बताया कि उनका लियो दुनिया का 16वां ऐसा बच्चा है, जो इस बीमारी से जूझ रहा है. हालांकि, इस मां का मानना है कि ब्रिटेन में लियो के जैसा और भी कई बच्चे होंगे, जो इलाज की बाट जोह रहे होंगे.