शराब के नशे में इंग्लिश बोलने की है ख़ास वजह, पढ़ें क्या कहती है रिसर्च

Update: 2022-06-17 15:52 GMT
शराब (Alcohol) पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. लेकिन इसके बाद भी लोग शराब के नशे से बाज नहीं आते. शराब पीने के बाद लोगों के सोचने-समझने की क्षमता कम हो जाती है. साथ ही सही-गलत की समझ भी कम हो जाती है. इसके बाद भी शराब का कंजप्शन काफी ज्यादा है. जहां शराब पीने के बाद शराबी को ये होश नहीं रहता कि वो क्या बोल रहा है या कर रहा है, लेकिन जैसे ही वो जुबान खोलता है, उसके मुंह से इंग्लिश (English And Alcohol) निकलने लगती है. जी हां, ये अक्सर देखा गया है कि शराब पीने के बाद लोग इंग्लिश बोलने लगते हैं. लेकिन आखिर इसकी वजह क्या है?
अगर आपको आजतक लगता था कि शराब पीने के बाद इंग्लिश बोलने की आदत यूँ ही है, तो आपको बता दें कि आप गलत हैं. शराब के नशे में इंग्लिश बोलने की एक ख़ास वजह है. इस वजह का खुलासा एक्सपर्ट्स द्वारा किये गए एक रिसर्च में सामने आया. साइंस मैगजीन 'जर्नल ऑफ़ साइकोफार्माकोलॉजी' में इसकी ख़ास वजह बताई गई. ये वजह कई शराबियों के मेंटल कंडीशन को जांच करने के बाद सामने आई है.
थोड़ी सी शराब है वरदान
रिसर्च में सामने आया कि जब कोई इंसान थोड़ी सी शराब पी लेता है तो वो नशा उसे दूसरी भाषा बोलने में मदद करती है. यानी अगर आप हिंदी बोलते हैं तो थोड़ी सी शराब आपको इंग्लिश बोलने में मदद करेगी. शराब पीने के बाद इंसान की सोचने समझने की क्षमता पर असर होता है. ऐसे में इंसान अपनी याददाश्त और ध्यान से भी भटक जाता है. लेकिन ये भी एक सच है कि शराब पीने के बाद इंसान के अंदर से हिचकिचाहट खत्म हो जाती है और वो कोई भी काम धड़ल्ले से करने लगता है. इस कारण जिसे इंग्लिश बोलने में शर्म आती है, वो नशे में बेबाक इंग्लिश बोलने लगता है.
फॉरेन भाषा बोलने में करता है मदद
ऐसा नहीं है कि शराब सिर्फ इंग्लिश बोलने में मदद करता है. दरअसल, इंसान अपनी मदर टंग बोलते बोलते उसमें काफी कम्फर्टेबल हो जाता है. उसे अगर दूसरी भाषा आती भी है, तो झिझक से वो उसे बोलता नहीं है. जैसा कि हमने पहले बताया कि शराब इंसान के अंदर की झिझक खत्म कर देता है. ऐसे में इंसान को जो दूसरी भाषा आती है वो उसे धड़ल्ले से बोलने लगता है. तो अब आप समझ गए ना कि आखिर क्यों शराब की कुछ घूंट इंसान को दूसरी भाषा बोलने में मदद करती है?
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