वफादार जानवर के साथ मालिक ने किया बेहद क्रूर सलूक, कैंसर पीड़ित कुत्ते को लावारिस छोड़ हुआ फ़रार
कुत्ता एक ऐसा जानवर है जिसे इंसानों के सबसे करीब माना जाता है
कुत्ता एक ऐसा जानवर है जिसे इंसानों के सबसे करीब माना जाता है. दुनिया भर में घर में सबसे ज्यादा पाले जाने जानवरों में से एक होता है कुत्ता. उसकी वफादारी ईमानदारी और वफादारी की मिसाल दी जाती है. यही वजह है कि डॉग्स को इंसानों का सबसे अच्छा दोस्त भी कहा जाता है. लेकिन इस ईमानदारी और प्यार का एक शख्स ने ऐसा सिला दिया जिसे कभी माफ नहीं किया जा सकता.
एक शख्स जिसके बार में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है उसने अपने पालतू डॉग को किसी अनजान सोसाइटी का पास जाकर अजीब सी जगह बांधकर अकेला छोड़ दिया. उसके बाद पलट कर नहीं आया. वजह ये रही कि उस बेचारे डॉग को कैंसर हो गया था तो उसका इलाज कराने की बजाय मालिक ने उसे छोड़ देना बेहतर समझा. उसकी इस क्रूर हरकत के चलते उसकी तलाश की जा रही है. मगर अब तक कुछ पता नहीं चला.
बीमार कुत्ते को मरने के लिए छोड़ गया मालिक
जिसने अपनी सारी उम्र उस मालिक की सुरक्षा और स्नेह में गुज़ार दी. मगर जब इस प्यार का कर्ज चुकाने की बारी आई तो मालिक ने क्रूरता की हद कर दी. नॉटिंघमशायर के किर्कबी-इन-एशफील्ड में 34 साल के जोडी जैमीसन ने अपने घर के सामने एक बगीचे में अनजान डॉगी को देखा जो इससे पहले इलाके में नहीं आया था. वो बीमार था. उसमें माइक्रोचिप भी नहीं थी कि उसके मालिक का पता लग सके. लिहाज़ा जोडी ने डेनिस हार्डविक के संचालन में चल रही डॉगी डेंस यूके रेस्क्यू संस्था से संपर्क किया जो ऐसे डॉग्स की मदद करती है. बाद में जोडी ने फेसबुक के ज़रिए बताया कि उस डॉग की मौत हो गई. डॉगी कैंसर से पीड़ित थी और बेहद बुरी हालत में थी लिहाज़ा पशु चिकित्सकों को उसे मारना पड़ा.
पहले भी एक मालिक ने अंधी डॉगी को सड़को पर छोड़ दिया था
माइक्रोचिप न लगे होने से कुत्ते के मालिक को ट्रैक नहीं किया जा सका. मगर इलाके के लोगों से मदद मांगी गई है कि जिस किसी के घर में सीसीटीवी हो उसे चेक करें और देखे की आखिर इस बीमारी डॉगी को किसने यहा लाकर बांधा था. ताकि फुटेज़ के ज़रिए क्रूर मालिक की तलाश की जा सके. जोडी ने बताया कि पिछले साल भी एक ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जहां उन्होंने वेकफील्ड इलाके में मालिक द्वारा छोड़ दिए एक कुत्ते को देखा और उसकी मदद की. जब उसे उठाया गया तो वह लगभग अंधी थी, लिहाज़ा उसके लिए पैसों का इंतज़ाम कर उसे अस्पताल पहुंचाया था.