बच्चा पैदा करने पर इस देश की सरकार देती है पैसे, 3 साल तक चलता है सिलसिला ...
मिथिलेश ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि बच्चे के जन्म के बाद बेलारूस सरकार ने उनको पैसे दिए हैं।
क्या आपने कभी सोचा हैं की बच्चे के जन्म पर किसी देश की सरकार पैरेंट्स को लाखों की रकम देती हो। जी हां...आपको जानकार हैरानी होगी की ये सच हैं। आपको बता दें कि मुंबई के एक लड़के ने बेलारूस की लड़की से शादी रचाई थी। मुंबई इस लड़के का नाम मिथिलेश और बेलारूस की इस लड़की का नाम लीजा हैं। शादी के बाद ये कपल चर्चा में तब आया जब लीजा ने एक बच्चे को जन्म दिया और लड़के को बेलारूस की सरकार की तरफ से एक लाख 28 हजार रुपए मिले।
बेलारूस सरकार ने दिए पैसे
हाल ही में इन दोनों की प्रेम कहानी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खिया बटोर रही हैं। आपको बता दें कि बेलारूस के क़ानून के मुताबिक बच्चे की परवरिश के लिए उसके पैरेंट्स को पैसे दिए जाते हैं। मिथिलेश-लीजा जब पैरेंट्स बने तो बेलारूस की सरकार ने उनको एक लाख 28 हजार रुपए की रकम दी। इसके बाद उन्हें अगले 3 साल तक 18000 रुपए प्रतिमाह मिलते रहेंगे। लेकिन इसके साथ-साथ इनकी लव स्टोरी भी बहुत कमाल हैं। जो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई हो रही है। आइये आपको इस कपल की लव स्टोरी के बारे में बताते हैं।
यहां हुई थी पहली मुलाकात
आपको बता दें कि मिथिलेश मुंबई के रहने वाले हैं और वह एक ट्रैवल ब्लॉगर हैं। इनकी शादी बेलारूस की रहने वाली लीजा नाम की लड़की से हुई थी। इन दोनों की मुलाकात बेलारूस में ही हुई थी। सोशल मीडिया के अनुसार मिथिलेश साल 2021 मार्च में रूस गए थे। इसके बाद वे बेलारूस आ गए। यहां एक दोस्त की जन्मदिन की पार्टी में पहली बार उनकी मुलाकात लीजा से हुई।
इनके मिलने की कहानी भी बेहत ही रोमांचक हैं। किसी ट्रांसलेटर के सिलसिले में दोनों की मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों के बीच बातचीत होने लगी। दोनों के बीच बातचीत ट्रांसलेटर के जरिये से होती थी क्योंकि लीजा रूसी भाषा जानती थी और मिथिलेश अंग्रेजी जानते थे। लंबे समय तक दोनों के बीच ऐसे ही चलता रहा।
कई मुलाकातों के बाद उन्होंने लीजा को प्रपोज कर दिया और फिर उसी साल दोनों ने शादी कर ली। शादी दोनों के परिवार की रजामंदी में हुई थी। दोनों के परिवार शादी में भी मौजूद हुए थे। इसके बाद मिथिलेश बेलारूस में ही रहने लगे। दो महीने पहले उन्होंने एक बच्चे को जन्म दिया। मिथिलेश ने सोशल मीडिया के जरिए बताया कि बच्चे के जन्म के बाद बेलारूस सरकार ने उनको पैसे दिए हैं।