पानी पीती शेरनी के बच्चों ने किया नाक में दम, कभी खींची पूंछ तो कभी पीठ पर कूद कर टटोलते रहे मां का सब्र
पढ़े पूरी खबर
बच्चे माता-पिता दोनों को होते हैं लेकिन उनके साथ-साथ हर सांस मां ही ले पाती है. उनकी हर शैतानियों को झेलकर भी प्यार करना मां ही कर सकती है. औऱ बच्चे भी तो सारी शरारते मां के सथ ही करते हैं. पिता के साथ उनके कड़क रवैए से डरकर वो शरीफ बन जाते हैं अक्सर. तभी तो मां का धैर्य काबिल-ए-तारीफ माना जाता है.
Wildlife series के तहत ट्विटर पर IFS सुशांत नंदा ने एक वीडियो शेयर किया जहां एक शेरनी अपने शावकों के साथ पानी पी रही थी. लेकिन उसकी हर घूंट उसके धैर्य की परिक्षा ले रही थी. सभी शावकों ने उसे जी भरकर परेशान किया पर मां ने संयम बनाए रखा.
मां जितनी सहनशीलता किसी में नहीं
एक महिला मां बनने के बाद कितनी बदल जाती है. कितनी बढ़ जाती है उसकी सहनशक्ति. अब उस शेरनी को ही ले लिए जिसका उसके ही बच्चों ने पानी पीना मुहाल कर रखा है. वरना क्या किसी कि मजाल है कि जंगल की रानी को छेड़ने की हिम्मत कर सके. लेकिन बच्चों के आगे तो सब हारे हैं. फिर शेरनी क्या चीज है. सोशल मीडिया पर शेयर एक वीडियो में एक शेरनी एपने तीन शावकों के साथ पानी पीने के लए एक गड्ढे पर रूकी थी. बच्चे खेल में मगन थे और शेरनी मां प्यास बुझाने में. लेकिन ये शांतिपूर्ण माहौल ज्यादा देर तक नहीं रहा. शेर के बच्चों ने अपनी मां के सब्र का खूब फायदा उठाया. उसकी पीठ पर चढ़कर कूदे, उसकी पूंछ पकड़कर लटक गए. फिर दूसरे ने भी यही करना चाहा तो मां अपनी पूंछ हवा में कर दी. फिर उछल-उछलकर बच्चे उसे पकड़ने की कोशिश करते दिखे. लेकिन मां तो मां है. चुपचाप बर्दाश्त कर वहां से आगे बढ़ गई. इतना सब्र मां में ही हो सकता है कि पानी पीना भी चैन से न नसीब हो फिर भी कोई शिकायत नहीं.
मां के सब्र का कोई जवाब नहीं
एक मां का मां बनने के बाद का हर दिन हर पल कैसे गुज़रता है बताने की ज़रूरत नहीं. एक बार जीवन में बच्चा आने के बाद अपना कुछ कहां रह जाता है. जो हो रहा है, जो करना है वो सब बच्चे के लिए ही तो होता है. उस पर उनकी शरारतें, ज़िद, खेल, नखरे सब अममून मां ही तो उठाती है. यहां मां के मायने सृष्टि की हर मां से है. चाहे वो इंसान हो या जानवर.