PANDAS Syndrome : दिमागी बीमारी से जूझ रहा था लड़का, गुस्से में आकर तोड़ दी मां की उंगलियां
कई बार इंसान गुस्से में आकर ऐसे कदम उठा लेता है जिसका खामियाजा उसे बाद में भुगतना पड़ता है.
कई बार इंसान गुस्से में आकर ऐसे कदम उठा लेता है जिसका खामियाजा उसे बाद में भुगतना पड़ता है. पर कई बार कुछ लोगों को तनाव या फिर किसी बीमारी की वजह से भी इतना गुस्सा आता है कि उनका खुद पर कोई कंट्रोल नहीं होता. ऐसे ही एक शख्स की बीमारी इतनी दुर्लभ है कि उस युवक ने गुस्से में अपनी ही मां को पीटा है. जिसकी वजह से उसकी मां की उंगलियां टूट चुकी हैं और वो बुरी तरह चोटिल भी हो चुकी हैं.
18 साल का कैमरून लिंड्से (Cameron Lindsay) साल 2013 में एक ऐसी दिमागी बीमारी से ग्रसित हुआ जिसके बारे में ज्यादा लोगों को नहीं पता था. कैमरून के ब्रेन में पहले एक इंफेक्शन हुआ जिसके बाद उसे पांडास सिंड्रोम (PANDAS Syndrome) हो गया. इस सिंड्रोम व्यक्ति को अचानक गुस्सा आता है. इस सिंड्रोम में शख्स का स्वभाव काफी उग्र हो जाता है और उसे एंग्जाइटी की समस्या भी हो जाती है. कैमरून के मामले में उनका गुस्सा इतना ज्यादा बढ़ जाता था कि वो अपने परिवार को चाकू से डराने लगते थे और उन्हें चोट पहुंचाने लगते थे.
कैमरून घर वालों से ही मारपीट करने लगता
कैमरून की मां नताशा का कहना है कि बीमारी की वजह से कैमरून ऐसे व्यवहार करता था जैसे उसके ऊपर भूत चढ़ जाता हो. कैमरून की मां ने बताया कि उनके बेटे की देखभाल करना पूरे परिवार के लिए बहुत मुश्किल था. साल 2014 में डॉक्टर्स ने पाया कि कैमरून को ये सिंड्रोम काफी हाई लेवल पर है. कैमरून अक्सर उग्र हो जाता और घर वालों से ही मारपीट करने लगता.
कैमरून की ऐसी स्थिति को देखते हुए उसे प्लाज्मा थेरेपी दी गई. साल 2018 तक दवाओं और प्लाज्मा थेरेपी के चलते कैमरून की स्थिति बेहतर होती चली गई मगर पांडास सिंड्रोम के कारण कैमरून का दिमाग चलना या बात करना भूल गया था. जिसके बाद उसे सब कुछ फिर से सीखना पड़ा. कैमरून की मां का कहना है कि अब पांडास का असर कम दिखता है लेकिन कैमरून के मूड स्विंग अभी भी डरावने होते हैं.