OMG: डॉग के भौंकने से अगर पड़ोसी हुए परेशान, लगा 95 हज़ार का जुर्माना
डॉग के भौंकने से अगर पड़ोसी हुए परेशान
कुत्ते भौकेंगे नहीं तो फिर क्या करेंगे? अपनी भावनाएं जाहिर करने का उनके पास एक ही ज़रिया होता है भौंकना. और इसमें कुछ गलत भी तो नहीं है. लेकिन कुछ लोगों को इस वफादार जानवर के भौंकने पर आपत्ति है. जिसके चलते इस पर जुर्माना लगाया जा रहा है. सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन ये सच है.
डर्बी में कुत्तों के भौंकने पर अगर पड़ोसियों को परेशानी हुई, तो मालिक को उस असुविधा के एवज़ में करीब 95 हज़ार का जुर्माना भरना पड़ सकता है. इसके पीछे माना ये जा रहा है कि कुत्तों का अत्यधिक शोर दूसरों की मानसिक परेशानी का कारण बन सकता है. लिहाज़ा मालिकों को अपने डॉग्स पर कंट्रोल की सख्त हिदायत दी गई है. और ऐसा न करने पर गंभीर परिणाम भी भुगतने होंगे.
कुत्ता भौंका तो जुर्माना लगा
वैसे तो कुत्तों के भौकने के पीछे कई वजहें हो सकती हैं. और ये तो उनकी प्रवृत्ति ही होती है. भौंकने के तरीके से पता चलता है कि कुत्ता क्या कहना चाहता है. जैसे अगर वो भूखे हैं तो मालिक को ये संदेश देने का यही तरीका है. साथ ही अगर वो खेलना चाहते हैं, किसी बात से परेशान हैं जैसे- उन्हें स्वास्थ्य संबंधी कोई दिक्कत है, तो भी वो दर्द में बेतहाशा भौंकते हैं, जब तक की उस दर्द में थोड़ी राहत न मिल जाए. कई बार वो खतरा पहले ही भांप कर लोगों को आगाह करने के लिए बेचैन होकर खूब भौंकते हैं. लेकिन संदेश पहुंचाने वाली ये आदत और उनके मालिकों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है.
कुत्ते पर नियंत्रण है मालिक की ज़िम्मेदारी
एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर कुत्ते के भौंकने से पैदा हुआ शोर इतना बढ़ जाता है कि उससे पड़ोसियों को समस्या हुई, तो मालिक परेशानी से घिर सकते हैं. डर्बी में एक महिला के कुत्ते के रात भर भौंकने की शिकायत मिलने के बाद उसे वहां से हटा दिया गया. डर्बी होम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शोर पड़ोसियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा था, जिसकी वजह से अधिकारियों को कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ा. कई महीने बाद मुकदमा चलाया गया और महिला ने ये माना कि वो अपने कुत्ते को संभालने और भौंकना कम करने में असमर्थ साबित हुई. जिसके चलते उसे आरएसपीसीए की देखभाल में रखा गया. सज़ा के बाद, डॉग हाउसिंग रिटेलर केनेल स्टोर ने कहा कि हालांकि भौंकना स्वाभाविक है फिर भी मालिकों को इसे अनियंत्रित होने से रोकना चाहिए. कुत्तों की शिकायत मिलने के बाद मालिकों को इस पर कंट्रोल करने के लिए 1 हफ्ते का वक्त दिया जाता है. और ऐसा न कर पाने पर 95 हज़ार तक का जुर्माना भरता पड़ता है.