वॉशिंगटन: अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा अब यूएफओ यानी उड़नतश्तरियों की जांच करेगी। यूएफओ के बारे में पहली सार्वजनिक सुनवाई के हफ्तों बाद नासा ने कहा कि वह आकाश में इन रहस्यमयी दृश्यों का वैज्ञानिक अध्ययन शुरू करने के लिए तैयार है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने उच्च जोखिम, उच्च प्रभाव वाले विज्ञान का पता लगाने के लिए एक वैज्ञानिक टीम बनाने की योजना की घोषणा की है। नासा ने कहा कि उनका लक्ष्य उपलब्ध डेटा का अध्ययन कर भविष्य के डेटा को इकट्ठा करने के सर्वोत्तम तरीकों की पहचान करना है। इसके अलावा टीम यह भी पता लगाएगी कि इस मुद्दे की वैज्ञानिक समझ को आगे बढ़ाने के लिए डेटा से मिली जानकारी का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
क्या करेगी नासा की टीम
नासा ने बताया कि स्वतंत्र टीम सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों का आकलन करेगी और यह समझने की कोशिश करेगी कि रहस्यमयी दृश्यों की वैधता को स्थापित करने के लिए कितना आवश्यक है। नासा के साइंस मिशन प्रमुख थॉमस ज़ुर्बुचेन ने नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज वेबकास्ट के दौरान कहा कि हम जोखिम से दूर नहीं भाग रहे हैं। हमारा दृढ़ विश्वास यह है कि इन घटनाओं की सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इस क्षेत्र में डेटा की मात्रा बहुत सीमित है। उन्होंने कहा कि पारंपरिक वैज्ञानिक समुदाय नासा के इस कदम का आलोचना कर सकता है, लेकिन मैं इससे पूरी तरह से असहमत हूं।
नौ महीने में सार्वजनिक रिपोर्ट जारी करेगी टीम
इस स्टडी के लिए वैज्ञानिकों की टीम का गठन अभी तक नहीं किया गया है। इसके बावजूद यह टीम अपने निष्कर्षों पर एक सार्वजनिक रिपोर्ट विकसित करने में लगभग नौ महीने का समय लेगी। इस काम में मेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी 10000 डॉलर का बजट खर्च करने की योजना बना रही है। नासा ने कहा कि टीम का नेतृत्व वैज्ञानिक अनुसंधान को आगे बढ़ाने के लिए सिमंस फाउंडेशन के अध्यक्ष एस्ट्रोफिजिसिस्ट डेविड स्परगेल करेंगे। उन्होंने एक ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अध्ययन में जाने वाली एकमात्र पूर्वकल्पित धारणा यह है कि अज्ञात हवाई घटना की वास्तविकता क्या है।
पिछले साल अमेरिकी सरकार ने जारी की थी रिपोर्ट
नेवल इंटेलिजेंस के उप निदेशक स्कॉट ब्रे ने पिछले महीने यूएफओ पर आयोजित सार्वजनिक ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि उन्होंने सैन्य-नियंत्रित प्रशिक्षण क्षेत्रों, प्रशिक्षण रेंज और अन्य हवाई क्षेत्रों में अनधिकृत और अज्ञात विमानों या वस्तुओं की बढ़ती संख्या देखी है। पिछले साल अमेरिकी सरकार ने भी यूएफओ को लेकर एक रिपोर्ट जारी की थी। इस रिपोर्ट को राष्ट्रीय खुफिया निदेशक के कार्यालय ने नौसेना के नेतृत्व वाले टास्क फोर्स के साथ तैयार किया था।