दिन में आधा घंटा सिर्फ मीम्स देखने में बिता रहे हैं भारतीया लोग
एक दौर था, जब लोगों के हाथ में मोबाइल फोन होना ही बड़ी बात होती थी. तकनीक ने विकास किया
एक दौर था, जब लोगों के हाथ में मोबाइल फोन होना ही बड़ी बात होती थी. तकनीक ने विकास किया और हमारे देश में लोगों के हाथ में स्मार्टफोन ने जगह बना ली. इंटरनेट और स्मार्टफोन के दौर में लोगों को इस वक्त जो चीज़ सबसे ज्यादा पसंद आ रही है, वो मीम्स हैं. लोग जब भी फुरसत में होते हैं, वे मीम्स देखना ही पसंद करते हैं. ये बात एक स्ट्रैटजी कंसल्टिंग फर्म की रिपोर्ट में कही गई है.
स्ट्रेटजी कंस्लटिंग फर्म रेडसीर (Redseer) ने सोमवार को अपनी एक रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट कहती है कि आजकल ज्यादातर स्मार्टफोन यूजर्स अपने तनाव को दूर करने के लिए मीम्स को एक अच्छे माध्यम के रूप में देखते हैं. भारतीय स्मार्टफोन यूजर्स का रवैया मीम्स को लेकर बदला है और वे इसमें दिलचस्पी लेने लगे हैं. इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले एक सार के अंदर ही 80 फीसदी लोगों ने मीम्स देखने में अपना वक्त लगाया है.
Memes को लेकर क्यों है दीवानगी ?
रिसर्च करने वाली संस्था रेडसीर में पार्टनर मृगांक गुटगुटिया (Mrigank Gutgutia) के मुताबिक मीम्स को इसलिए तेजी से शेयर किया जाता है क्योंकि ग्रुप्स में एक जैसी मानसिकता वाले लोग होते हैं, जो इन्हें पसंद करते हैं. ज्यादातर लोगों के साथ ऐसा होता है कि वे खुद को मीम्स से कनेक्ट करके देखते हैं. यही वजह है कि 80 फीसदी लोग ने पिछले साल के मुकाबले खुद मीम्स देखने के समय में वृद्धि की है. वैसे तो इसे कोरोना के दौरान घर में रहने का भी इफेक्ट माना जा सकता है लेकिन वजह जो भी हो, इस वक्त मीम्स एंटरटेनमेंट सेक्टर के चरम पर हैं और हर कोई इससे फायदा लेना चाह रहा है.