हथेली में है ऐसी रेखा तो ये लोग जीवन में बार-बार खाएंगे धोखा,कहीं आप भी तो शामिल नहीं?
हाथ की रेखाएं बताती हैं कि व्यक्ति किस मन:स्थिति का मालिक है. वह अपनी भावनाओं पर काबू कर पाता है या नहीं. इसी तरह वह कितना बुद्धिमान और व्यवहारिक है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हाथ की रेखाएं बताती हैं कि व्यक्ति किस मन:स्थिति का मालिक है. वह अपनी भावनाओं पर काबू कर पाता है या नहीं. इसी तरह वह कितना बुद्धिमान और व्यवहारिक है. आपने देखा कि कुछ लोग अपने जीवन में बार-बार धोखा खा जाते हैं. ऐसे लोगों को बेवकूफ बनाना आसान होता है. इसके पीछे हथेली की कुछ रेखाएं जिम्मेदार हैं. आज हम कुछ ऐसी ही रेखाओं के बारे में जानते हैं.
नुकसान कराती हैं ऐसी रेखाएं
कुछ लोग रिश्ते हों या पैसा, हर मामले में बार-बार नुकसान ही उठाते हैं. ऐसे लोग आसानी से दूसरों की बातों में आ जाते हैं और भावनाओं में बहकर गलत निर्णय ले लेते हैं. इसका पता हाथ की रेखाओं से आसानी से लगाया जा सकता है.
- जिन लोगों के हाथ में हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा पर गिरती हुई दिखे तो ऐसे लोगों का अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रह पाता है. ये लोग भावनाओं में बहकर गलत निर्णय लेते हैं और रिश्तों में धोखा खाते हैं. इसके अलावा ऐसे लोग आर्थिक मामलों में भी खूब नुकसान उठाते हैं. लोग इनसे पैसे लेते हैं और वापस नहीं करते हैं. पूरे जीवन में इनके साथ ऐसी घटनाएं होती रहती हैं.
- इसी तरह जिन लोगों के हाथ में हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा पर गिरकर इसे काट दे तो इसे भी अच्छा संकेत नहीं कहा जा सकता है. ऐसे लोग बार-बार धोखों के शिकार होते हैं. लोग इन्हें धोखा देकर रुपये भी ऐंठते हैं और अपने काम भी निकाल लेते हैं.
-यदि हृदय रेखा मस्तिष्क रेखा पर गिरे लेकिन साथ ही इससे एक रेखा निकलकर गुरु पर्वत तक जाए तो ऐसा व्यक्ति भी अपनी भावनाओं को काबू नहीं कर पाता है लेकिन धोखे खाकर वह कुछ तो संभल जाता है और उसमें लोगों को लेकर थोड़ी समझ पैदा हो जाती है.
- जिन लोगों के हाथ में सीधी जाती हुई हृदय रेखा से निकलकर एक रेखा मस्तिष्क रेखा में मिल जाए तो ऐसे व्यक्ति का कुछ लोगों के प्रति झुकाव ज्यादा होता है. ये लोग उन्हें कितना भी धोखा दें, उनसे पैसे ऐंठें, फिर भी वे उनको नहीं छोड़ते हैं. यदि पैसा न भी ले पाए तो लोग इन जातकों को भावनात्मक स्तर पर चोट पहुंचाते हैं.
- यदि हृदय रेखा पूरी तरह से मस्तिष्क रेखा पर झुक जाए तो ऐसे लोग पैसे और भावनात्मक स्तर पर बहुत ज्यादा नुकसान उठाते हैं और इसके कारण उनका जीवन बर्बादी की कगार पर पहुंच सकता है.