आईएएस ऑफिसर ने ट्विटर पर लिखी ये लाइन, हजारों लोगों को पसंद आया ट्वीट, दिए ऐसे रिएक्शन
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। IAS Officer Dr Sumita Misra Tweet: सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म पर अब न सिर्फ सेलिब्रिटी या राजनेता बल्कि IAS ऑफिसर्स भी काफी एक्टिव हैं. वह अपने फॉलोअर्स संग प्रेरणात्मक वीडियो, तस्वीरें और पोस्ट शेयर करते रहते हैं. आज के दौर में युवा भी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और ऐसे लोगों को फॉलो करना पसंद करते हैं जो प्रेरणा के स्त्रोत होते हैं. जैसा कि आप जानते हैं कि नौकरी पेशा कर्मचारियों को अपनी ही छुट्टी के लिए बॉस के कंफर्मेशन पर डिपेंड होना पड़ता है. यदि बॉस ने मना कर दिया या छुट्टी एक्सटेंड कर दी और आपको उनका आदेश मानना पड़ेगा. इस पर एक आईएएस ऑफिसर ने शायराना अंदाज में एक लाइन लिखी, जिसपर हजारों लोगों ने अपनी सहमति जताई.
आईएएस ऑफिसर ने ट्विटर पर लिखी ये लाइन
अक्सर इंस्पीरेशनल वीडियो और पोस्ट शेयर करने वाली IAS ऑफिसर डॉ. सुमिता मिश्रा ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक लाइन लिखी, जिसको पढ़ने के बाद हजारों लोगों ने सहमति जताई. हरियाणा के एग्रीकल्चर एंड फार्मर्स वेलफेयर की एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और हरियाणा पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की चेयरमैन डॉ. सुमिता मिश्रा ने अपने ट्विट पर लिखा, 'ऐसे मोड़ पर ले आती है नौकरी, अपने ही घर जाने के लिए दूसरों से इजाज़त लेनी पड़ती है.' इस पोस्ट को अभी तक 48 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया, जबकि करीब 5000 लोगों ने रीट्वीट किया.
हजारों लोगों को पसंद आया ट्वीट, दिए ऐसे रिएक्शन
इस ट्वीट को पढ़ने के बाद लोगों ने अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दी. एक यूजर ने लिखा, 'सही कहा है आपने. इस नौकरी की वजह से अपने परिवार से दूर होने लगे हैं. पता नहीं जिंदगी किस मोड़ पर जा रही है. अपने ही दूर हो गए. सही कहा है बड़े बुजर्गों ने कि नौकरी से अच्छा तो बिजनेस है चाहे छोटा हो या बड़ा. कम से कम परिवार तो साथ है. नौकरी में उम्रभर कैद रहो.' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'जब पैसों के लिए बन जाता है गुलाम, तब आती है नौबत यहीं! व्यापार है विकल्प सही, आजादी,पैसा, सम्मान भी है यहीं.'