अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को दी सूचना, मौत के 2 साल बाद आत्मा की मुक्ति के लिए अस्पताल पहुंचा परिवार
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Family Reached Hospital To Take Soul: समाज में आज भी बहुत लोग अंधविश्वास के चक्कर में फंसे हुए हैं. आए दिन अंधविश्वास से जुड़ी कई खबरें आती हैं. जिसे देखकर लोगों के होश उड़ जाते हैं. आज हम आपको ऐसी ही एक अंधविश्वास की घटना बताने जा रहे हैं, जिसे सुनकर विश्वास कर पाना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन ये एक सच्ची घटना है. दरअसल, राजस्थान के जोधपुर में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक परिवार 2 साल पहले मरे शख्स की आत्मा को लेने के लिए अस्पताल पहुंच गया. बता दें कि ये घटना जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल से सामने आई है. दो साल पहले ब्यावर निवासी एक व्यक्ति मथुरादास माथुर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुआ था. जहां उसकी मौत हो गई थी.
आत्मा की मुक्ति के लिए अस्पताल पहुंचा परिवार
परिजनों का कहना है कि मरने के दो साल बाद भी उसकी आत्मा को मुक्ति नहीं मिली है जिसे लेकर पूरा परिवार परेशान है. मृतक के परिजनों को किसी ने कहा कि उसकी आत्मा अभी भी जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में ही है. जहां से निकलने के बाद ही उसकी मुक्ति हो सकती है. इसके बाद पूरा परिवार मृतक की आत्मा लेने जोधपुर के एमडीएम अस्पताल पहुंच गया. परिवार की महिलाओं ने अस्पताल परिसर में जल का छिड़काव किया. वहीं एक व्यक्ति जलती हुई लौ के साथ दिखाई दिया.
अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को दी सूचना
परिवार अस्पताल में जलती लौ के साथ वार्ड के पास जाने लगा. ऐसे में अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बाहर निकाल दिया. वहीं अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी. जिसके बाद परिवार के कुछ लोग परिसर का चक्कर लगाते हुए मंत्रोच्चारण करने लगे. वहीं परिवार की महिलाएं जल छिड़कती हुई दिखाई दीं. इसके बाद पूरा परिवार अपनी गाड़ी में जलती लौ लेकर अस्पताल के बाहर निकल गया और ब्यावर के लिए रवाना हो गया.
क्या कहते हैं परिजन?
परिवार के एक सदस्य ने कहा, 'दो साल पहले इस अस्पताल में हमारे भाई की मौत हो गई थी. लेकिन उसकी आत्मा यहां पर ही रह गई. इसलिए उसकी मुक्ति नहीं हो सकी. हम लोग यहां उसकी आत्मा लेने आए हैं. अब आत्मा ले ली है इसलिए वापस जा रहे हैं'.