बड़ी फुरसत से पानी के ऊपर बैठकर मछलियों को खाना खिलाता दिखा चिंपैंजी
मछलियों को खाना खिलाता दिखा चिंपैंजी
जो कभी दुश्मन रहे हों वो कभी दोस्त नहीं बन सकते, ऐसा नहीं है. बस मन मिज़ाज बदलने की देर है फिर जानी दुश्मन जान बचाने के लिए मेहनत करता भी नज़र आ सकता है. सोशल मीडिया ऐसा ही प्लेयफॉर्म है जहां तेज़ी से बदलती दुनिया फटाफट नज़र आती है और फिर हर ओर छा जाती है. और लोग इसे पसंद भी करते हैं. सबसे ज्यादा पसंदीदा होता है जानवरों की दुनिया से जुड़ा वीडियो.
Wildlife viral series में मिलिए ऐसे चिंपैंजी से जो अपना सारा काम छोड़ मछलियों को खाना खिलाने की ड्यूटी पर बैठ गया. @buitengebieden के ट्विटर अकाउंट पर शेयर किए गए वीडियो में चिंपैंजी इतने इत्मिनान मछलियों को दाना डाल रहा है मानों यही उसकी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी वाला काम हो. Feeding chimp का वीडियो लोगों को इतना पसंद आया कि करीब 15 लाख बार इसे देखा गया है.
मछलियों का खाना खिलाता चिंपैंजी वायरल
मछलियों को दाना खिलाते चिंपैंजी को जिसने भी देखा वो इससे प्यार कर बैठा. ट्विटर पर इस वीडियो को लेकर ढेर सारे कमेंट्स आए, जिनमें अधिकांश का मानना है कि जानवरों में सेंटिमेंट्स होते हैं. बंदर प्रजाति में छोटी मछलियों को लेकर केयर की भावना लोगों को बहुत पसंद आई. साथ ही उसका अंदाज़ जिस तरह से बड़ी सावधानी के साथ चिंपैंजी मछलियों को खाना खिलाता है. ऐसा लगता है जैसे वो इस बात का पूरा ख्याल रख रहा है कि उसके हाथ से छूकर कहीं मछलियों को कोई नुकसान न हो जाए. लिहाज़ा वो बिल्कुल भी हड़बड़ी में नज़र नहीं आ रहा था. उसे देखकर लगता है कि वो इतनी तसल्ली में है जैसे मछलियों को दाना डालने के अलावा उसके पास दूसरा कोई काम है ही नहीं.
अपने से छोटे जीवों के प्रति हो ऐसा ही प्यार
क्या कभी ने सोचा था कि जो बंदर मछलियों को झपटकर खा जाते हैं वो उन्हे इस तरह खाना खिलाकर जिंदा रखने का काम करेंगे. मछलियों से भरे तालाब के ऊपर लड़की के तख्त पर बैठे बेबी चिंपैंजी को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता. वो तो बच्चों की तरह तैरती मछली को देखकर संतोष से भर जा रहा है. उस पर से उन्हें खाना खिलाकर अलग तरहकी खुशी महसूस हो रही होगी उसे. कमेंट सेक्शन में लोगों ने सृष्टि की ऐसी रचनाओं की खूब तारीफ की. जहां एक समुदाय दूसरे का ख्याल रखे. उसे नुकसान पहुंचाने की बजाय उनसे प्यार, मोहब्बत की रिश्ता बनाए. खुद से छोटों को स्नेह दे. तस्वीर भले ही जानवरों की हा मगर संदेश इंसानों के लिए भी बुरा नहीं है. अच्छी सीख कहीं भी किसी से भी ली सकती है.