पत्थर पर बैठे उल्लू को खोजने की चुनौती, डर्बीशायर के फोटोग्राफर ने कैद की उल्लू की भ्रमित करने वाली तस्वीर
ऑप्टिकल भ्रम चुनौतियों के जरिए कई लोग अपनी कला का परिचय भी देते हैं.
ऑप्टिकल भ्रम चुनौतियों के जरिए कई लोग अपनी कला का परिचय भी देते हैं. व्हाट इस कोई भी हो सकता है, पेंटर, ग्राफिक्स डिजाइनर, इंजीनियर या फिर फोटोग्राफर. ये सभी अपनी अपनी प्रतिभा के जरिये कुछ ऐसी तस्वीरें साझा करते हैं जिसमे दी गई चुनौती सुलझाना हर किसी के बस की बात नहीं होता. जितना प्रेशर आंखों को देना पड़ता है उससे कहीं ज्यादा दिमाग झुंझला उठता है.
डर्बीशायर के फ़ोटोग्राफ़र विलेज जिम ने अपने कैमरे में ऐसी तस्वीर कैद की, जिसमें छोटे जीव को खोजने में दिमाग की बैंड बजा दी. ग्रे पत्थरों की दीवार के बीच एक उल्लू के बैठे होने का दावा किया गया. और उसे खोज निकालने का चैलेंज दिया गया है. लेकिन यह चुनौती सुलझाना आसान नहीं होगा.
पत्थर पर बैठे उल्लू को खोजने की चुनौती
ऑप्टिकल इल्यूजन की तरह भ्रम पैदा करने वाली तस्वीर में एक छोटे से पक्षी उल्लू की तलाश करने की चुनौती दी गई है. फोटोग्राफर ने इस तस्वीर को अपने कैमरे में कुछ इस कदर कैद किया कि चाहकर भी आप पहली नज़र में पत्थर और उल्लू के बीच का फर्क नहीं समझ पाएंगे. यही वजह है कि ये तस्वीर एक चुनौती बन गई. छवि में पत्थर के टुकड़ों की दीवार जैसी एक श्रृंखला है जिसपर एक उल्लू के बैठे होने का दावा किया गया. साथ ही ये भी चैलेंज किया गया कि इसमें बैठे एक पक्षी की तलाश करके दिखाएं. हालांकि कम ही लोग हैं जो इस चुनौती को आसानी से सुलझा पाए. फिर भी अपने बुद्धिकौशल और चील जैसी तेज नज़रों के परीक्षण के लिए आपको इस तस्वीर में छुपे उल्लू को खोजने की चुनौती को सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए. क्लू के लिए इतना जान लीजिए की उल्लू को खोजना इसलिए मुश्किल है क्योंकि उसका रंग रूप गिरे पत्थरों से बिल्कुल मिलते जुलते हैं.
पत्थर जैसे रंगरूप के चलते उल्लू की तलाश मुश्किल
खेत के बीच से गुजरते पत्थर के रास्तों के बीच बैठे उल्लू का रूप रंग पत्थरों में घुल मिल गया. पथरीली दीवार के सबसे ऊपर की परत पर गौर से देखिये, उम्मीद है गिद्ध नजरों वाले इसे मुश्किल से ही सही लेकिन ढूंढ निकालने में कामयाब हो सकते. आपको बता दें कि भ्रम पैदा करने वाली तस्वीर में बैठा छोटा उल्लू पूरे इंग्लैंड और वेल्स में पाए जा सकता हैं, कुछ दक्षिणी स्कॉटलैंड में देखे जा सकते हैं. छोटे उल्लू पौराणिक कथाओं के साथ बड़े करीब से जुड़े हुए हैं, खासतौर पर ग्रीक देवी एथेना और रोमन देवी मिनर्वा जो ज्ञान का प्रतिनिधित्व करते हैं. वहीं भारत में भी उल्लू को माँ लक्ष्मी का वाहन कहा जाता है इसलिए दीपावली के पर्व पर उल्लुओं को पूजा जाता है. वहीं जीवों के छलावरण की बात करें तो ये उन्हें प्रकृति का उपहार है, जिसे शिकारियों से सुरक्षित रखने के मदद करते हैं.