मजाक-मजाक में हादसा: बचपन में जिस छेद में छिप जाता था बच्चा, अब वहीं फंसकर हुई मौत
बचपन में हम ऐसे कई काम करते थे, जिन्हें जवानी में रिपीट करने में काफी आनंद आता है
बचपन में हम ऐसे कई काम करते थे, जिन्हें जवानी में रिपीट करने में काफी आनंद आता है. बचपन के उन पलों को वापस से जी लेने में जो मजा है, वो और किसी चीज में नहीं है. लेकिन कई बार इन पलों को वापस जीने के चक्कर में लोग अपनी जान ही गंवा बैठते हैं. उटाह में रहने वाले एक मेडिकल स्टूडेंट और एक्सपीरिएंस्ड केव डाइवर (Cave Diver) को एक गुफा के अंदर जाना महंगा पड़ गया था. वो बचपन में इस गुफा के अंदर जाकर तुरंत बाहर निकल जाता था. लेकिन बचपन की इस हरकत को 26 साल की उम्र में दोहराना उसके लिए जानलेवा साबित हो गया.
24 नवंबर 2009 को उटाह के नटी पुटी केव में थैंक्सगिविंग पर जॉन एडवर्ड अपने बचपन की यादें ताजा करने गया था. इस गुफा में वो बचपन में काफी आसानी से घुस जाता था और फिर तुरंत बाहर आ जाता था. लेकिन 26 साल की उम्र में उसे ऐसा करना भारी पड़ गया. वो अंदर ही फंसकर रह गया. उसे न्यालने की काफी कोशिश की गई लेकिन गुफा इतनी संकरी थी कि ऐसा हो नहीं पाया. यहां तक की उसकी लाश को इसी गुफा के अंदर ही सीमेंट से सील कर दिया गया.
मजाक-मजाक में हुआ हादसा
अपने भाई और दोस्तों के साथ केव पहुंचते ही जॉन काफी उत्साहित हो गया था. उसने उस छेद को ढूंढा जिसके अंदर वो बचपन में घुस जाता था. इसके बाद वो तुरंत उसमें चला गया. हालांकि, थोड़ी ही देर में उसे समझ आ गया कि वो अंदर फंस गया है. उसने अपने पेट के बल आगे खिसकने की कोशिश की लेकिन नाकामयाब हो गया. इसके बाद उसने अपने छाती को सिकोड़ कर खुद को बाहर निकालने की कोशिश की लेकिन सब फेल हो गया.
अंदर ही तोड़ दिया दम
इसके बाद रेस्क्यू टीम ने भी काफी देर तक जॉन को निकालने की कोशिश की. उसे थोड़ी देर के लिए कुछ आगे टांग कर रखा गया. लेकिन इसके बाद रस्सी टूट गई और वो वापस उसी जगह पर फंस गया. करीब 24 घंटे तक जंग लड़ने के बाद जॉन ने गुफा के अंदर ही अंतिम सांस ली. उसकी डेड बॉडी को भी बाहर नहीं निकला जा सका. इस वजह से केव को सीमेंट से भरकर सील कर दिया गया.