दिल्ली: कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने छह हवाई अड्डे अडाणी समूह को सौंपे जाने के खिलाफ नीति आयोग द्वारा की गई सिफारिशों की उपेक्षा क्यों की थी। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने कांग्रेस की 'हम अडाणी के हैं कौन' श्रृंखला के तहत कुछ सवाल पूछे और कहा कि अडाणी समूह बहुत ही कम समय में हवाई अड्डे के क्षेत्र में सबसे बड़ा परिचालक बन गया।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार ने हवाई अड्डे के क्षेत्र में स्पर्धा को बढ़ावा दिया था, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने एक कारोबारी समूह को फायदा पहुंचाया। उधर, विभिन्न कारोबार से जुड़े जीवीके समूह ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उसके ऊपर मुंबई हवाई अड्डे में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए किसी तरह का 'बाहरी दबाव' नहीं था।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को लोकसभा में समूह पर दबाव होने का आरोप लगाया था। उन्होंने संसद में कहा था कि भारत सरकार ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर जीवीके से मुंबई हवाई अड्डा लेकर उसे अडाणी को सौंप दिया। गांधी के इस आरोप के एक दिन बाद जीवीके समूह ने इस मामले में यह बयान दिया है।