स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर पुलिस ने मंगलवार को पार्किंग की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की तो ढेरों खामियां मिलीं। पता चला कि यहां काम करने वाले पार्किंग अटेंडेंट विस्फोटक जांचने वाले दर्पण से वाहनों की जांच नहीं कर रहे हैं।
स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था की जांच में मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में बड़ी खामी मिली है। मेट्रो की ज्यादातर पार्किंग में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। जिन पार्किंग में सीसीटीवी कैमरे लगे भी हैं, वह खराब पड़े हैं। ऐसे में इन मेट्रो स्टेशन पर होने वाले किसी भी अप्रिय घटना को रोकना पुलिस के लिए कड़ी चुनौती साबित होने वाली है। मेट्रो पुलिस ने इन कमियों को लेकर पार्किंग संचालकों पर 125 मामले दर्ज किए हैं।
स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर पुलिस ने मंगलवार को पार्किंग की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की तो ढेरों खामियां मिलीं। पता चला कि यहां काम करने वाले पार्किंग अटेंडेंट विस्फोटक जांचने वाले दर्पण से वाहनों की जांच नहीं कर रहे हैं। किसी भी गाड़ी के बोनट और डिग्गी को खोलकर जांच नहीं होती। यहां तक कि अटेंडेंट के पास वर्दी और पहचान पत्र तक नहीं पाया गया।
आईजीआई एयरपोर्ट मेट्रो स्टेशन जैसे संवेदनशील मेट्रो स्टेशन की पार्किंग में सीसीटीवी कैमरे बंद मिले। जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के पार्किंग में सीसीटीवी कैमरा काम नहीं कर रहा था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा को लेकर कोताही बरतने वाले पार्किंग मालिकों के खिलाफ 125 एफआईआर दर्ज की गई है।
स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा को पुख्ता करने के लिए दिल्ली मेट्रो पुलिस ने तैयारी शुरू कर दी है। मेट्रो पुलिस उपायुक्त जितेंद्र मणि ने बताया कि मेट्रो पुलिस और सीआईएसएफ की संयुक्त टीम लगातार सभी स्टेशनों पर लगातार गश्त कर रही हैं।
रोजाना लाखों लोग करते हैं सफर
दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन के लिए सबसे लोकप्रिय साधन मेट्रो है। रोजाना लाखों की संख्या में लोग मेट्रो में सफर करते हैं। दूर दराज के इलाकों में नौकरी अथवा व्यवसाय करने वाले लोग स्टेशन पर अपना वाहन पार्क कर मेट्रो से जाते हैं। इसके लिए ज्यादातर मेट्रो स्टेशन पर वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था है। कई स्टेशनों के पास ऐसी पार्किंग हैं, जिनके ऊपर से मेट्रो लाइन गुजरती है।
कई ऐसी पार्किंग हैं, जो मेट्रो स्टेशन के काफी पास है। इन पार्किंग में कोई विस्फोटक लेकर न जाए इसके लिए पुलिस ने पार्किंग मालिकों को सुरक्षा के तमाम निर्देश दिए हुए हैं। इसमें पार्किंग में वाहनों की जांच के लिए दर्पण, सीसीटीवी कैमरे और वाहनों को जांचने के लिए वर्दीधारी अटेंडेंट होना जरूरी है।