रैपिड रेल से दिल्ली-एनसीआर में सब्जी और दूध की ढुलाई, किसानों को फायदा, जानिए कहां बनेगा वेयरहाउस

दिल्ली-एनसीआर को जोड़ने वाली रैपिड रेल अब माल भी ढोएगी। पहले चरण में दिल्ली-मेरठ रूट पर तीन वेयरहाउस बनाए जाएंगे।

Update: 2022-08-17 03:28 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली-एनसीआर को जोड़ने वाली रैपिड रेल अब माल भी ढोएगी। पहले चरण में दिल्ली-मेरठ रूट पर तीन वेयरहाउस बनाए जाएंगे। किसानों के साथ होम डिलीवरी करने वाली कंपनियों को भी इसका लाभ होगा।

एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) का दावा है कि इससे सड़कों पर भारी वाहनों में कमी आएगी। 'हिन्दुस्तान' के साथ बातचीत में एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने बताया कि रैपिड रेल यात्रियों के साथ-साथ एनसीआर में माल ढोने का भी बड़ा जरिया बनेगी।
दिल्ली-मेरठ रूट पर मोदीपुरम, दुहाई और जंगपुरा में वेयरहाउस बनाए जाएंगे। कोल्डचेन के तौर पर विकसित किए जाएंगे। इससे एनसीआर के किसानों की सब्जी और दूध को दिल्ली पहुंचाना आसान हो जाएगा। किसान वेयरहाउस में सब्जी रखेंगे। खाली समय में रैपिड रेल के जरिए उन्हें दिल्ली तक पहुंचाया जाएगा।
वेयरहाउस का जाल पूरे एनसीआर में बिछाने की तैयारी है। रैपिड रेल के वेयरहाउस में सामान बुक कराकर यह सीधे डिलिवरी वाले शहर में प्राप्त कर सकते हैं। इससे सड़कों पर लगने वाले जाम में भी कमी आएगी।
विशेष ट्रेन चलाई जाएंगी
माल की ढुलाई के लिए एनसीआरटीसी विशेष ट्रेन तैयार करेगा। यात्री ट्रेन की तरह इसमें सीट नहीं होंगी। रात्रि के साथ साथ दिन में भी जब ट्रैक खाली होगा तो सामान लेकर रैपिड रेल जाएगी। यात्री ट्रेन को गाजियाबाद में 17 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर मार्च 2023 से चलाने की तैयारी है। माल लेकर चलने वाली रैपिड रेल पूरा रूट खुलने के बाद चलेगी। 2025 तक दिल्ली-मेरठ के बीच पूरे रूट पर ट्रेन चलाने की योजना है।
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