नई दिल्ली। दिल्ली के संबंध में केंद्र सरकार द्वारा जारी अध्यादेश पर आम आदमी पार्टी के समर्थन को लेकर पंजाब के कांग्रेस नेताओं के विरोध के बीच प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को कहा कि जहां वैचारिक मतभेद हैं वहां गठबंधन नहीं हो सकता। अध्यादेश पर आप को समर्थन और लोकसभा में आप के साथ गठबंधन जैसे मुद्दों पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात के लिए आज पंजाब कांग्रेस के नेता यहां आए हुए थे। बैठक में कांग्रेस के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी, अमरिंदर राजा वारिंग, सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रताप सिंह बाजवा, हरीश चौधरी, सिद्धू और कई अन्य लोग शामिल हुए।
बैठक के बाद सिद्धू से जब राज्य में 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए आप के साथ गठबंधन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने एक रहस्यमय जवाब में कहा, अगर वैचारिक मतभेद हैं तो गठबंधन नहीं बनाया जा सकता है। सिद्धू ने कहा, और मैं इसके बारे में स्पष्ट हूं क्योंकि मेरी लड़ाई सच्चाई के लिए है और मैं इसका पालन कर रहा हूं और मैं नैतिक मूल्यों से समझौता नहीं करता हूं। आज नैतिक मूल्य सबसे निचले स्तर पर हैं क्योंकि लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म कर दिया गया है।
इस बीच, पार्टी के कई अन्य नेताओं ने कहा कि इस मुद्दे पर उन्हें जो कुछ भी कहना है, उन्होंने पार्टी नेतृत्व को बता दिया है और इसका खुलासा सार्वजनिक रूप से नहीं किया जा सकता है। दिल्ली और पंजाब के कई कांग्रेस नेताओं ने अध्यादेश के मुद्दे पर केजरीवाल का समर्थन करने का विरोध किया है। अजय माकन, संदीप दीक्षित और सुखजिंदर सिंह रंधावा जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता पहले ही कह चुके हैं कि पार्टी को आप का समर्थन नहीं करना चाहिए।