दिल्ली से गुरुग्राम के बीच लगने वाले जाम से जल्द मिलेगी निजात, नवंबर से दौड़ेंगे द्वारका एक्सप्रेसवे पर वाहन, जानें खासियत

दिल्ली से गुरुग्राम के बीच लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए एनएचएआई द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है।

Update: 2022-04-30 04:03 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली से गुरुग्राम के बीच लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए एनएचएआई द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। एनएचएआई का लक्ष्य है कि नवंबर तक हरियाणा की सीमा में 19 किलोमीटर लंबे दो चरणों का काम पूरा करके यातायात शुरू कर दिया जाए। एनएचएआई के अनुसार दिल्ली के हिस्से में चल रहे 10 किलोमीटर लंबे दो चरणों को अंतिम रूप से तैयार होने में मई 2023 तक का समय लग सकता है। पहले इन्हें भी मार्च 2023 तक खोला जाना था, लेकिन दिल्ली के हिस्से में बनाई जा रही टनल निर्माण के चलते प्रोजेक्ट को पूरा करने में थोड़ी देरी होगी।

29 किलोमीटर लंबा द्वारका एक्सप्रेसवे कई मायनों में अहम है। इससे जयपुर की तरफ जाने वाले वाहन जाम में फंसे बिना सीधे एनएच-8 पर शिव मूर्ति के पास से एक्सप्रेसवे पकड़ कर निकल सकेंगे। एक्सप्रेसवे के तैयार होने पर वाहनों को गुरुग्राम के अंदर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। एक्सप्रेसवे पर वाहन 100 से 120 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ सकेंगे। इस एक्सप्रेसवे को तैयार करने के लिए एनएचएआई देश की पहली अर्बन टनल बना रही है।
दिल्ली की सीमा में बनाई जा रही टनल की कुल लंबाई 3.6 किलोमीटर है। एनएचएआई के अधिकारी बताते हैं कि टनल को बनाने में विशेष किस्म की मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके चलते टनल को पूरा करने में समय लगेगा। इसलिए प्रोजेक्ट अगले वर्ष ही जाकर पूरा हो सकेगा, लेकिन उससे पहले हरियाणा के हिस्से में 19 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को इसी वर्ष नवंबर तक यातायात के लिए खोले जाने का प्रयास है।
द्वारका एक्सप्रेसवे पर एनएचएआई तकनीकी रूप से कई प्रयोग कर रही है। यह देश का पहला एक्सप्रेसवे होगा, जिसमें आठ लेन की एलिवेटेड रोड की लंबाई सबसे अधिक होगी। अभी तक देश में अधिकांश एलिवेटेड रोड छह लेन की हैं। एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है, जिसमें से 23 किलोमीटर का हिस्सा एलिवेटेड होगा। दिल्ली के अधिकांश हिस्से में अर्बन टनल और एलिवेटेड रोड ही होगी। हरियाणा में भी करीब 80 से 90 फीसदी हिस्सा एलिवेटेड होगा।
देश के कई हिस्सों में टनल बनेगी
इस टनल के पूरा होने के बाद एनएचएआई देश के अन्य शहरों में भी टनल बनाने की दिशा में काम करेगी। क्योंकि कुछ शहरों में सड़कों के चौड़ीकरण की स्थिति नहीं है और मुख्य सड़कों पर भारी जाम रहता है। इसलिए द्वारका एक्सप्रेसवे की टनल बनने के बाद देश के बाकी हिस्सों में भी जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए अर्बन टनल बनाने पर काम होगा। इससे शहर के अंदर का ट्रैफिक सीधे टनल के रास्ते सीधे शहर से बाहर निकल सकेगा।
29 किलोमीटर है द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई
10 किलोमीटर (दो चरण) सड़क दिल्ली की सीमा में होगी
19 किलोमीटर (दो चरण) एक्सप्रेसवे हरियाणा की सीमा में होगी


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