गर्मी निकालेगी दम! दिल्ली में 45 पार जा सकता है पारा, IMD ने जारी किया हीटवेव का अलर्ट
देश की राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों की राहत मिलने के बाद शनिवार यानि कि आज से फिर तापमान में बढ़ोत्तरी होगी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) में पिछले दो दिनों की राहत मिलने के बाद शनिवार यानि कि आज से फिर तापमान में बढ़ोत्तरी होगी. इस दौरान मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले पांच दिनों में अधिकतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है. जहां पर लोगों को भीषण लू (Heat Wave) की स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए. बता दें कि ज्यादातर हिस्सों में शुक्रवार की सुबह हल्के बादल छाए रहे. वहीं, गुरुवार की रात कई हिस्सों में धूल भरी हवाएं चली थीं. इस दौरान कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हुई, जिसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. इससे दिन में तापमान में ज्यादा इजाफा नहीं हुआ.
दरअसल, राजधानी दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 39.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड दर्ज किया गया है, जोकि सामान्य से एक डिग्री ज्यादा है. वहीं, न्यूनतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस समय का सामान्य तापमान है. हालांकि, आर्द्रता का स्तर 65 से 25 फीसदी तक रहा. वहीं, IMD का अनुमान है कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के चलते हुई मौसमी गतिविधि से राजधानी के लोगों को भीषण लू से थोड़ी राहत मिली है. लेकिन, तापमान में शनिवार से फिर इजाफा होने लगेगा. इससे अगले 5 दिनों में अधिकतम तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है.
राजधानी की हवा खराब श्रेणी में रही
वहीं, वातावरण में मौजूद धूलकणों के चलते राजधानी दिल्ली की हवा खराब श्रेणी में रही. हालांकि दिल्ली के कई इलाके ऐसे रहे, जहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक 204 के अंक पर यानि कि खराब श्रेणी में रहा. सफर का अनुमान है कि अगले तीन दिनों के बीच भी वायु गुणवत्ता इसी के आसपास रहेगी. जहां बीते गुरुवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 296 के अंक पर था. यानी कि 24 घंटे के भीतर 92 अंकों का सुधार हुआ है.
पिछले दिनों AQI 277 अंक पर किया गया दर्ज
बता दें कि दिल्ली के लोगों को मौसम के अलग-अलग कारकों की वजह से इस बार सामान्य से ज्यादा प्रदूषण का सामना करना पड़ रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार बुधवार के दिन दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 277 अंक रहा. जहां इस स्तर की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है. वहीं, एक दिन पहले मंगलवार को यह सूचकांक 317 अंक पर था. इस तरह पिछले 24 घंटों के भीतर इसमें 40 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, मुंडका की हवा सबसे ज्यादा खराब रही, यहां का सूचकांक 415 अंक पर यानी गंभीर श्रेणी में रहा.