भारत सरकार और इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च ने मिलकर शुरू किया है प्रोजेक्ट "Sankalp"
New Delhi| भारत में नवजात शिशुओं की मृत्यु दर बहुत ज्यादा है इसको कम करने के लिए भारत सरकार और इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च ने मिलकर शुरू किया है प्रोजेक्ट जिसका नाम है संकल्प। इसको अभी पूरे देश में सिर्फ 10 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया है, उत्तर प्रदेश में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चुना गया है। इसके लिए इंग्लैंड से प्रशिक्षित मिडवाइफी एंड नर्सिंग विशेषज्ञ मिस कैलेन की अगुवाई में एक टीम बनाकर कार्य शुरू कर दिया गया है यह टीम अलग-अलग प्लेटफार्म पर काम करेगी एवं डाटा संकलित कर आईसीएमआर और भारत सरकार को इसके बारे में सूचित करेगी ।
साथ ही साथ चिकित्सक , नर्सो एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को उचित सुझाव एवं ट्रेनिंग प्रदान करेगी जिससे नवजात शिशुओं की मृत्यु दर को कम किया जा सके।अभी भारत में 1000 नवजात शिशुओं में 35 शिशुओं की मृत्यु जन्म के कुछ घंटो में ही हो जाती है।इस पायलट प्रोजेक्ट का उद्देश्य है कि 2030 से पहले भारत में नवजात शिशुओ की मृत्यु दर को सिंगल डिजिट में लाना। अधीक्षक डॉक्टर आरबी यादव ने खुशी जाहिर किया कि यह प्रोजेक्ट सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर से शुरू किया जा रहा है और भविष्य में इसके परिणाम बहुत अच्छे आएंगे और हम इस पहल का स्वागत करते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी वाराणसी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में अभी इसको सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चोलापुर में शुरू किया गया है आने वाले समय में जिले के अन्य ब्लॉकों में भी इस प्रोजेक्ट को शुरू किया जाएगा जिससे नवजात शिशु की मृत्यु दर को सिंगल डिजिट में लाया जा सके।