देश की पहली रैपिड रेल पटरी पर सरपट दौड़ी, अगले साल मार्च में हो जाएगी शुरू, मिलेंगी ये सुविधाएं

एनसीआरटीसी के गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो में शनिवार शाम रैपिड रेल का सफल ट्रायल किया गया।

Update: 2022-08-08 02:56 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। एनसीआरटीसी के गाजियाबाद स्थित दुहाई डिपो में शनिवार शाम रैपिड रेल का सफल ट्रायल किया गया। रेल की गति 25 किलोमीटर प्रति घंटा रही। डिपो के अंदर ही 600 से 700 मीटर लंबा ट्रैक तैयार किया गया है। इस पर रोजाना ट्रायल किया जा रहा है। हालांकि मुख्य ट्रायल दिसंबर में आरंभ होगा। रैपिड रेल अगले साल मार्च में साहिबाबाद से दुहाई के बीच यात्रियों के लिए दौड़ने लगेगी।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के एमडी विनय कुमार सिंह और रॉलिंग टीम के सदस्य ट्रायल के दौरान रेल के अंदर बैठे। रेल ने डिपो में बनाए ट्रैक पर कई चक्कर लगाए। परीक्षण के दौरान संचार नेटवर्क का भी सफलतापूर्वक प्रदर्शन किया गया। विनय कुमार सिंह का कहना है कि डिपो के अंदर पहला ट्रायल सफल रहा। ट्रायल से पहले डिपो के अंदर ही रेल को चलाया जाएगा।
इस दौरान जो कमियां सामने आएंगी उन्हें ठीक कराया जाएगा। प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई तक 17 किलोमीटर लंबा है। पहले खंड में वायडक्ट (पुल) तैयार किया जा रहा। ट्रैक बिछाने का काम जारी है। अगले साल मार्च में प्राथिमक खंड पर रैपिड रेल दौड़ने लगेगी।
साहिबाबाद स्टेशन की शेड पर 1100 सोलर पैनल लगेंगे
रैपिड रेल के साहिबाबाद स्टेशन की शेड पर 1100 सोलर पैनल लगेंगे। स्टेशन की शेड बनाने का काम चल रहा है। 1100 सोलर पैनल लगने से साढ़े चार लाख यूनिट हर साल पैदा होगी। स्टेशन की लंबाई 216 मीटर और चौड़ाई 25 मीटर होने के कारण स्टेशन की शेड का आकार भी यही पर होगा। रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ तक चलाई जानी है। यह कॉरिडोर 82 किलोमीटर लंबा है। सबसे पहले गाजियाबाद में रेल चलेगी।
तेजी से चल रहा काम
रैपिड रेल के प्राथमिक खंड में पांच स्टेशन हैं। साहिबाबाद स्टेशन का काम पूरा हो गया। गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन भी आकार लेने लगे हैं। मेरठ तिराहे पर बने रहे रैपिड रेल के स्टेशन को गाजियाबाद मेट्रो स्टेशन से जोड़ा जाएगा। इसके लिए 150 किलोमीटर लंबा फुट ओवर ब्रिज बनाया जाएगा।
बिजली से दौड़ी
रैपिड रेल बिजली से दौड़ी। इसके लिए ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) लाइन डाली है। ओएचई लाइन को 25 हजार वोल्ट पर चार्ज किया गया। इसके जरिए ही रेल ट्रैक पर दौड़ेगी।
ये सुविधाएं होंगी
ट्रेन में शताब्दी की तरह सीटिंग व्यवस्था, मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, वाई-फाई, एक कोच महिला यात्रियों के लिए होगा।
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