निगम ने स्वच्छता पर 27 प्रतिशत राशि खर्च की, फिर भी कई इलाकों में सफाई व्यवस्था है चरमराई
दिल्ली न्यूज़: दिल्ली नगर निगम ने स्वच्छता के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है, मगर फिर भी दिल्ली के कई इलाके में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। गौरतलब है कि दिल्ली नगर निगम ने एकीकरण के बाद वित्त वर्ष 2022-23 के 15276 करोड़ रुपए का भारी-भरकम बजट अनुमान को जारी किया था। बजट अनुमान को दिल्लीवासियों को बेहतर नागरिक सेवाएं प्रदान करने के लिए शिक्षा और स्वच्छता पर केंद्रित रखा गया है। निगम ने वर्ष 2022-23 के बजट अनुमानों में स्वच्छता के लिए अधिकतम 27.19 प्रतिशत यानी कि 4153.28 करोड़ रुपए प्रावधान किया है। स्वच्छता पर इतने बजट के बाद भी निगम के कई वार्डों में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। निगम रोहिणी जोन के अमन विहार, के कई कालोनियां, रामा विहार, बेगमपुर, बुध विहार, रोहिणी सेक्टर-20, उत्तम नगर आदि इलाके के लोगों की शिकायत है कि सफाई व्यवस्था बदहाल है। कूड़ा उठाने वाली गाडियां कई-कई दिन तक नहीं आती है।
मुबारकपुर डबास गांव के निवासियों का कहना है कि स्वच्छता सिर्फ कागजों पर है असलियत में सफाई बदहाल है। गांव में कूड़ा उठाने वाले वाहन आते ही नहीं। लोगों का कहना है कि निगम ने सफाई विभाग के अधकारियों व सफाई कर्मचारियों के नंबर वेबसाइट पर डालकर कहा कि लोग उनसे संपर्क कर सफाई की शिकायत कर सकते हैं, लेकिन वेबसाइट पर दिए गए नंबर को कोई उठाता ही नहीं है। इस बारे में निगम स्वच्छता अधिकारियों का कहना है कि उन्हें शिकायत मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाती है।