Delhi दिल्ली : कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि संविधान को अब तक का सबसे गंभीर खतरा है। उसने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संसद में बी आर अंबेडकर का अपमान करना आरएसएस-भाजपा की संविधान को कमजोर करने की दशकों पुरानी परियोजना का नवीनतम उदाहरण है। कांग्रेस कार्य समिति ने अपने राजनीतिक प्रस्ताव में गृह मंत्री के इस्तीफे के साथ-साथ उनसे देश से माफी मांगने की मांग दोहराई। यहां ‘नव सत्याग्रह बैठक’ में दो प्रस्ताव पारित किए गए, जिसमें पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी और महासचिव जयराम रमेश और के सी वेणुगोपाल सहित अन्य शीर्ष कांग्रेस नेताओं ने भाग लिया।
प्रस्ताव में कहा गया, “दुर्भाग्य से, ठीक एक महीने में जब हम अपने गणतंत्र के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, संविधान को अब तक का सबसे गंभीर खतरा है। जवाहरलाल नेहरू ने कहा था कि ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि संविधान निर्माण में डॉ अंबेडकर से अधिक ध्यान और परेशानी किसी ने नहीं ली।’ कांग्रेस ने कहा, "संसद में केंद्रीय गृह मंत्री द्वारा डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान करना आरएसएस-भाजपा की संविधान को कमजोर करने की दशकों पुरानी परियोजना का नवीनतम उदाहरण है। कांग्रेस कार्यसमिति केंद्रीय गृह मंत्री के इस्तीफे के साथ-साथ उनसे देश से माफी मांगने की मांग दोहराती है।"
कांग्रेस ने कहा कि वह लोकतंत्र के "चल रहे ह्रास" से व्यथित है। कांग्रेस ने कहा, "न्यायपालिका, चुनाव आयोग और मीडिया जैसी संस्थाओं का कार्यकारी दबाव के जरिए राजनीतिकरण किया गया है। संसद को बर्बाद कर दिया गया है, जैसा कि हाल ही में संपन्न 2024 के शीतकालीन सत्र में ट्रेजरी बेंचों द्वारा इसकी कार्यवाही में अभूतपूर्व बाधा डालने से पता चलता है।" कांग्रेस कार्यसमिति ने आरोप लगाया कि संविधान के संघीय ढांचे पर हमला जारी है, हाल ही में सरकार के 'एक राष्ट्र, एक चुनाव विधेयक' से।