दिल्ली सरकारी विद्यालयों के छात्र पढ़ेंगे इंगलिश, निगम के हरेक वार्ड में एक अंग्रेजी माध्यम का स्कूल होगा

दिल्ली नगर निगम अपने स्कूलों में बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।

Update: 2022-06-16 05:28 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली नगर निगम अपने स्कूलों में बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है। इसके लिए एमसीडी के शिक्षा विभाग ने सभी स्कूलों में क्वालिटी एजुकेशन देने की योजना तैयार की है। इस योजना का सबसे अहम हिस्सा सभी बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कराना है।

इसके लिए एमसीडी ने तय किया है कि अब से हर एक वार्ड में उनका एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल होगा और हर एक स्कूल में कम से कम एक सेक्शन में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होगी।एमसीडी ने अपने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य को बेहतर आकार देने के लिए इस योजना पर काम शुरू किया है। उम्मीद है आने वाले समय में भारी सख्या में एमसीडी स्कूलों के बच्चे सशक्त बनकर समाज में उभरते नजर आएंगे।
लेकिन मौजूदा समय इन बच्चों के आत्मविश्वास को मजबूत करने की बहुत आवश्यकता है। एमसीडी ने बच्चों को नियमित रूप से स्कूलों में पढ़ने आने के लिए इनकी काउंसलिंग करना प्रारंभ किया है। साथ ही स्कूल आने वाले सभी बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने का निर्णय लिया है।
शिक्षक पर्याप्त, टेक्स्ट बुक बढ़ाई जाएगी :  एमसीडी के पास अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक मौजूद हैं। अधिकारियों के मुुतबिक ऐसेमें बच्चों के लिए शिक्षा विभाग अंग्रेजी माध्यम की टेक्स्ट बुक बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। स्कूल खुलने के बाद स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई शुरू होगी।
762 स्कूलों में शुरू हुई पढ़ाई
एमसीडी के पास कुल 1563 स्कूल हैं। इनमें से 138 स्कूलों में पूरी तरह अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई हो रही है। इनके पास 642 स्कूल ऐसे हैं, जिनमें कम से कम एक सेक्शन में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई हो रही है। दक्षिणी दिल्ली में सभी वार्डों में एक स्कूल में पूरी तरह अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई शुरू हो गई है। उत्तरी और पूर्वी दिल्ली में भी प्रत्येक वार्ड में एक स्कूल को अंग्रेजी माध्यम में करने की तैयारी चल रही है।
जरूरी है कि निगम भी अपने सभी बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का अवसर प्रदान करें। इसके लिए एमसीडी ने अंग्रेजी माध्यम की कक्षाएं बढ़ाने का निर्णय लिया है।
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