दक्षिणी नगर निगम 'वेस्ट टू आर्ट' पार्क लाना चाहती है विदेशी पर्यटकों को, 27 देशों के राजदूतों और प्रतिनिधियों ने किया दौरा, जताई यह इच्छा
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की योजना इंटरनेशनल सर्किट पर 'वेस्ट टू आर्ट' थीम पार्क को बढ़ावा देने की है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की योजना इंटरनेशनल सर्किट पर 'वेस्ट टू आर्ट' थीम पार्क को बढ़ावा देने की है। इसी योजना पर काम करते हुए एसडीएमसी ने इंटरनेशनल काउंसिल फॉर वर्ल्ड अफेयर्स की मदद से बुधवार को पंजाबी बाग में भारत दर्शन पार्क में 27 देशों के राजदूतों और दूतावासों के प्रतिनिधियों के दौरे का आयोजन किया।
एसडीएमसी आयुक्त ज्ञानेश भारती ने कहा कि बांग्लादेश, तुर्की, मलेशिया, कोस्टा रिका, क्यूबा, मॉरीशस, फिजी, वियतनाम, भूटान, श्रीलंका और डेनमार्क जैसे देशों के उच्चायुक्तों, राजदूतों और प्रतिनिधियों ने पार्क का दौरा किया। आयुक्त ने कहा, 'पार्क में पूरे भारत के प्रमुख सांस्कृतिक स्थलों जैसे चार मीनार, गेटवे ऑफ इंडिया, कोणार्क मंदिर, मैसूर पैलेस और मीनाक्षी मंदिर जैसी अन्य ऐतिहासिक स्मारकों की 22 प्रतिकृतियां हैं। 'विविधता में एकता' पार्क की थीम है।'
नगर निगम ने ऐसे पार्क विकसित करने के लिए दूतावास के विभिन्न प्रतिनिधियों को परामर्श सेवाएं प्रदान करने की पेशकश की है। इसकी जानकारी तुलसी जोशी ने दी जिन्होंने यात्रा का समन्वयन किया। जोशी ने कहा, 'कई दूतावास के प्रतिनिधियों ने इसी तरह के वेस्ट टू आर्ट थीम वाले ढांचे को विकसित करने की इच्छा व्यक्त की और हम अगले कुछ महीनों में इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाएंगे।'
नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि निगम अन्य देशों, टूरिस्ट सर्किट बसों और निजी टूर ऑपरेटरों के साथ भी सहयोग करने की योजना बना रहा है। एसडीएमसी अधिकारी ने कहा, 'यह एक सफल और अनुकरणीय मॉडल है। टिकट बिक्री के आंकड़ों से पता चलता है कि कॉरपोरेशन ने पहले ही पार्क से 1.51 करोड़ रुपए का राजस्व अर्जित कर लिया है। इस पार्क को 25 दिसंबर, 2021 को पब्लिक के लिए खोला गया था। जनवरी में कोविड के कारण इसे बंद कर दिया गया था। हम अगले साल तक पूरी लागत वसूल करने की योजना बना रहे हैं, जिसके बाद पार्क मुनाफा कमाना शुरू कर देगा।'
अधिकारियों ने कहा कि सराय काले खां का वेस्ट टू वंडर पार्क को 7.5 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया था और इसने अपने बनने के पहले साल में ही पूरी लागत टिकट बिक्री के जरिए वसूल कर ली थी। इसे देखने के लिए 1.55 मिलियन लोग आए थे। अधिकारियों के अनुसार, एसडीएमसी ने भारत दर्शन पार्क के निर्माण के लिए आठ कलाकारों, 22 सहायकों और 150 श्रमिकों को काम पर लगाया था। पार्क बनने में 22 महीने का समय लगा था।
एसडीएमसी ने सराय काले खां में एक और ऐसा थीम पार्क बनाया है। अधिकारियों के अनुसार, चार और ऐसे पार्क बनाने की योजना है। जोशी ने कहा, 'अगले एक महीने में इन पार्कों का शिलान्यास होगा।' उत्तर और पूर्वी एमसीडी ने भी करोल बाग और निर्माण विहार में ऐसे पार्क बनाने की इच्छा व्यक्त की है।