दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने मच्छर प्रजनन मामले में 384 एजंसियों को लीगल नोटिस जारी किया
दिल्ली न्यूज़: दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) मच्छर प्रजनन मामले में सख्त कदम उठा रही है। एसडीएमसी ने मच्छरों पर रोक लगाने के विशेष अभियान के तहत मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त परिस्थितियों पाए जाने पर कई एजेंसियों को 384 लीगल नोटिस जारी किया है तथा 104 पर अभियोजन दायर किए गए हैं। इन एजेंसियों में डीडीए, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग, एनएचएआई, एनबीसीसी, एल एंड टी कंपनी, डेम्स विभाग, दिल्ली पुलिस, पीडब्ल्यूडी विभाग आदि शामिल है। एसडीएमसी ने उपरोक्त एजेंसियों से कहा है कि मच्छरों के प्रजनन की रोकथाम के लिए नालों एवं जलाशयों में तैरती सामग्री को जल्द से जल्द साफ किया जाए।
दक्षिणी निगम द्वारा 11 से 16 अप्रैल तक चले विशेष अभियान में राजपत्रित अवकाश होने के बावजूद भी मलेरिया विभाग के 800 कर्मचारियों ने प्रतिदिन मैनुअल एवं मोटराइज्ड पिठ्ठू पंप की सहायता से नालों के किनारों पर कीटनाशक दवा का छिड़काव किया। दवा के छिड़काव के 45 मोटराइज्ड पंपों, 931 मैनुअल पिठ्ठू पंपों तथा 4 पावर स्प्रे टैंकरों का इस्तेमाल किया गया। दक्षिणी निगम ने विद्या नगर नाले, रघुवीर नगर, इंदिरा पार्क, एनजी कट, सीतापुरी, छावला, कांगनहेड़ी, रावता झाड़ोदा, रोशन गार्डन, शाहबाद मोहम्मदपुर, द्वारका सेक्टर 11 एवं 19 के नाले, मच्छीवाले नाले, हरस्वरूप, ग्रेटर कैलाश स्थित बी- ब्लॉक, ए-1 एवं ए-2 सफदरजंग एन्क्लेव, आगरा नहर कॉलोनी, एनटीपीसी नाले, अबुल फजल ,जसोला गांव, तैमूर नगर एवं अन्ना नगर व प्रगति मैदान नाले में कीटनाशक दवा का छिकड़ाव किया गया।
एसडीएमसी के अनुसार भूमंडलीय तापमान के बढऩे से मच्छरों के प्रजनन के लिए उपयुक्त वातावरण उपलब्ध होने के कारण जलाशयों, नालों एवं दलदलों के किनारों पर इकठ्ठा हुए गंदे पानी में व्यस्क मच्छरों, जिसमें की खासतौर पर क्यूलेक्स मच्छरों के प्रजनन में वृद्धि पाई गई है। मच्छरों के प्रजनन में वृद्धि के पीछे मुख्य कारण इन स्थलों की साफ-सफाई की जिम्मेदार एजेंसियों द्वारा इन नालों एवं जलाशयों से तैरती सामग्री, डिसिल्टिंग जैसे आवश्यक कार्य अभी तक लंबित है।