सूत्र: 'इंडियन आर्मी की कॉम्बेट यूनीफॉर्म लिट्टे की तरह नहीं, फिल्टर लगाकर खराब करने की कोशिश'

इंडियन आर्मी (INDIAN ARMY) की कॉम्बेट यूनीफॉर्म अब बदलने वाली है.

Update: 2022-01-13 17:51 GMT

इंडियन आर्मी (INDIAN ARMY) की कॉम्बेट यूनीफॉर्म अब बदलने वाली है, और इसका पहला लुक आपको 15 जनवरी को आर्मी डे परेड में देखने को मिलेगा. सरकारी सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि नई आर्मी कॉम्बेट पैटर्न यूनिफॉर्म को 15 पैटर्न, आठ डिजाइन और चार फैब्रिक के विकल्पों के माध्यम से नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी की मदद से बनाया गया है. साथ ही कहा कि इंडियन आर्मी की नई कॉम्बेट यूनीफॉर्म लिट्टे की तरह नहीं है. सोशल मीडिया (Social Media) पर दुर्भावनापूर्ण इरादे से भ्रामक जानकारी फैलाई जा रही है, जिसमें सेना के नए पैटर्न को खराब करने के लिए फिल्टर का उपयोग किया गया है. आर्मी डे परेड (Army Day Parade) से पहले गुरुवार को पैराशूट रेजिमेंट ने मार्च किया. आर्मी डे परेड में इस बार पहली बार मार्चिंग दस्ते इंडियन आर्मी की अलग-अलग वक्त में रही यूनीफॉर्म और हथियार के हिसाब से होंगे.

इसी तरह पहली बार गणतंत्र दिवस परेड (republic day parade) में भी आर्मी के जो दस्ते शामिल होंगे, वो अलग-अलग दौर की यूनिफॉर्म के हिसाब से होंगे. अब तक आर्मी डे परेड और गणतंत्र दिवस परेड में आर्मी के मार्चिंग दस्ते अलग-अलग रेजिमेंट के हिसाब से बंटे रहते थे, लेकिन पहली बार ये अलग-अलग दौर की यूनिफॉर्म के हिसाब से होंगे. सूत्रों के मुताबिक एक मार्चिंग दस्ता आजादी से पहले की आर्मी यूनीफॉर्म में और तब के हथियारों के साथ होगा. इसी तरह एक दस्ता 1962 के दौरान की यूनीफॉर्म, एक दस्ता 1971 के बाद की यूनीफॉर्म, एक दस्ता 90 के दशक के शुरूआती दौर की यूनीफॉर्म, एक दस्ता आर्मी की मौजूदा यूनीफॉर्म में मार्च करेगा. एक दस्ता आर्मी की नई कॉम्बेट यूनीफॉर्म में होगा.
कैसी है इंडियन आर्मी की नई कॉम्बेट यूनीफॉर्म
सूत्रों के मुताबिक यूनीफॉर्म में जो कैमोफ्लाज (ऐसा कलर और पैटर्न जिससे एकदम नजर में न आएं और छुपने में मदद मिले) है वो ज्यादा बेहतर है. अमेरिका समेत कई देशों की आर्मी डिजिटल पैटर्न का इस्तेमाल करती है. मौजूदा यूनीफॉर्म में शर्ट पैंट के अंदर डाली जाती है और बाहर से बेल्ट लगाई जाती है. नई यूनीफॉर्म में बेल्ट अंदर होगी और शर्ट बाहर होगी. आर्मी अधिकारी के मुताबिक इससे काम करने में आसानी होगी. कपड़े में भी कुछ बदलाव किए गए हैं.


सेना के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक अभी ड्रेस में पहने जाने वाले कमरबंद से इसका पता चल जाता है कि कौन अधिकारी इंफ्रेंट्री के हैं, कौन आर्टिलरी के, कौन एयर डिफेंस के या किसी और आर्म्स के. इसी तरह अधिकारी किस रेजिमेंट के हैं यह भी मेस ड्रेस के कमरबंद में लगे क्रेस्ट और टोपी से पता चल जाता है. बदलाव के बाद कर्नल रैंक तक के अधिकारियों का तो रेजिमेंटल कमरबंद होगा, लेकिन ब्रिगेडियर और इससे ऊपर रैंक के अधिकारियों का एक जैसा ही काले रंग का कमरबंद हो सकता है, जिसमें इंडियन आर्मी का क्रेस्ट लगा हो सकता है ना कि उनकी अपनी रेजिमेंट का. टोपी में भी इसी तरह के बदलाव हो सकते हैं.



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