सोनू ठग पाप की कमाई का एक हिस्सा धार्मिक यात्राओं पर कर रहा था खर्च, जानिए पूरी खबर
दिल्ली क्राइम न्यूज़: बंद बीमा पॉलिसी की रकम वापस दिलाने का झांसा देकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह का नोएडा में गिरफ्तार मास्टर माइंड सोनू अपनी पाप की कमाई से पुण्य कमाने की चाहत में हर माह लोगों को राजस्थान के सीकर जिले में स्थित भगवान खाटू श्याम धाम ले जाता था। खाटू श्याम का भक्त सोनू हर माह एक बस किराए पर लेता था और फिर उस बस में अपने परिचितों, मोहल्ले के लोगों, आफिस के स्टॉफ, उसके परिजनों व अन्य लोग जो खाटू श्याम के दर्शन करने के लिए जाना चाहते थे। उन्हें मुफ्त में लेकर जाता था। उनके रास्ते से लेकर धाम में दर्शन करने व रहने खाने की पूरी व्यवस्था मुफ्त में करता था। धोखाधड़ी से हुई कमाई का एक हिस्सा वह धार्मिक यात्रा पर खर्च करता था। सोनू को वीरवार को नोएडा के थाना सेक्टर-113 व साइबर सेल ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद के भोपुरा स्थित दिलशाद प्लाजा में चलाए जा रहे फर्जी कॉल सेंटर पर छापेमारी कर पकड़ा था। उसके साथ ही दस युवतियों समेत पांच अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया था। जो उसके कॉल सेंटर में काम कर रहे थे और फर्जी नाम पते से लिए गए सिमकार्ड के जरिए लोगों को बंद हुई पॉलिसी के सेटेलमेंट के नाम पर धोखधड़ी कर उनके साथ ठगी कर रहे थे।
मास्टर माइंड सोनू ने एनटीपीसी के एक रिटायर्ड अधिकारी से बंद हुई पॉलिसी की रकम व सेटेलमेंट के नाम पर 1.62 लाख रुपये ठग लिए थे। इसी मामले में हुई उसकी गिरफ्तारी के बाद ठगी की रकम के बारे में पूछा गया तो पता चला कि उसने मीत नगर दिल्ली में अपने घर के पास ही एक प्लॉट खरीदा। इसके अलावा गाजियाबाद के राज नगर एक्सटेंशन इलाके में एक प्लॉट खरीदा। वहीं कॉल सेंटर में काम करने वाले लोगों को भी सैलरी व इंसेटिव के नाम पर लाखों रुपये खर्च कर रहा था। इसके अलावा ठगी की रकम का एक हिस्सा वह हर माह धार्मिक यात्रा पर खर्च कर रहा था। इस धार्मिक यात्रा से वह अपने किए जा रहे अपराधों व पाप की कमाई से पुण्य कमाने की चाहत रखे हुए था। वहीं उसकी ठग कंपनी में एक अन्य युवक ने भी कमाई से प्लॉट खरीदे है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई कर उन प्लॉटों को जब्त करेगी। वहीं सोनू के नाम पर मिले दो खातों में 11 लाख रुपये की रकम को भी सीज कर दिया है। अब देखना यह कि 1.62 करोड़ रुपये की ठगी का शिकार पीडि़त को ठगी गई रकम में कितना वापस और कब मिलता है।
क्या था मामला: पिछले माह सेक्टर-113 थाना क्षेत्र में रहने वाले एनटीपीसी से रिटायर्ड अधिकारी सुदामा शर्मा ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि कुछ लोगों ने उनकी बंद बीमा पॉलिसी की रकम वापस दिलाने का झांसा देकर उनसे एक करोड़ 62 लाख रुपये ठगे हैं। जांच के दौरान पुलिस टीम और साइबर सेल ने गाजियाबाद के भोपुरा स्थित दिलशाद प्लाजा में एक कार्यालय में छापेमारी कर ठगी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया। पुलिस टीम ने मौके से कॉल सेंटर संचालक मीत नगर दिल्ली निवासी सोनू, राज नगर गाजियाबाद निवासी रोहित, लोनी गाजियाबाद निवासी अश्वनी कुमार, राहुल, गोकुलपुरी दिल्ली निवासी नीलेश, फरीदाबाद हरियाणा निवासी अजय व दस युवतियों को धारा 420 और 66 आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है।