सीरो सर्वे की रिपोर्ट जारी: दिल्ली के 90 फीसदी से ज्यादा लोगों में कोरोना के खिलाफ पाया गया एंटीबॉडी
छठे सीरो सर्वे (6Th Sero Survey) की रिपोर्ट जारी कर दी गई है.
नई दिल्ली. छठे सीरो सर्वे (6Th Sero Survey) की रिपोर्ट जारी कर दी गई है. इसमें कहा गया है कि दिल्ली (Delhi) में 90 फीसदी से ज्यादा लोगों में कोरोना (Corona) के खिलाफ एंटीबॉडी (Antibodies) पाई गई है. खास बात यह है कि सीरो पॉजिटिविटी रेट दिल्ली के हर जिले में 85 फीसदी से अधिक पाई गई है. वहीं, पुरुषों की तुलना में महिलाओं की संख्या सीरो पॉजिटिव में ज्यादा है. दरअसल, दिल्ली में कोरोना की चौथी और सबसे खतरनाक लहर के बाद यह पहला सीरो सर्वे किया गया है. जनवरी में किए गए पांचवें सीरो सर्वे में 56.13 फीसदी लोगों में एंटीबॉडी पाई गई थी.
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को समिति ने सर्वे रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंपी है. सर्वे के अनुसार, दिल्ली के 90 फीसदी से अधिक लोगों ने कोरोना वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर ली है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि अप्रैल और मई में आई दूसरी लहर की तरह अब भविष्य में कोई नई लहर आने की संभावना नहीं दिखाई दे रही है, क्योंकि दिल्ली की लगभग पूरी आबादी संक्रमण के खिलाफ एंटीबॉडी प्राप्त कर चुकी है. वहीं, जनवरी में दिल्ली में जो पांचवा सीरो सर्वे हुआ था उसमें 56.13% से ज्यादा लोगों में कोरोना के ख़िलाफ़ एंटीबॉडीज मिली थी. लेकिन अप्रैल के महीने में जब कथित दूसरी लहर आई तो दिल्ली में हाहाकार मच गया था.कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बन चुकी है
बता दें कि छठा सीरो सर्वे 24 सितम्बर से शुरू हुआ था. एक हफ्ते तक पूरी दिल्ली के 280 वार्डों से करीब 28 हज़ार सैम्पल कलेक्ट किए गए थे. तब स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया था कि सर्वे में पूरी दिल्ली से 28 हजार सैम्पल लिए जाएंगे, जिसमें दिल्ली के हर वार्ड से 100-100 सैंपल लिए गए हैं. दो सप्ताह बाद सीरो सर्वे की रिपोर्ट जारी की गई है, जिससे यह पता चल रहा है कि दिल्ली की कितनी आबादी में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बन चुकी है.हर चौथा शख्स कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका है
वहीं, पिछले साल नवंबर महीने में भी सीरोलॉजिकल सर्वे सामने आया था, जिसमें कहा गया था कि देश की राजधानी का हर चौथा शख्स कोरोना वायरस की चपेट में आ चुका है. दिल्ली सरकार के सीरोलॉजिकल सर्वे में यह बात निकलकर सामने आई थी. 15,000 लोगों में SARS-CoV-2 के खिलाफ ऐंटीबॉडीज का पता लगाने के लिए अक्टूबर में यह सर्वे हुआ था. सितंबर के सीरो सर्वे के मुकाबले, आंकड़ों में कोई खास बदलाव नहीं आया था. तब रिपोर्ट यह भी कहती थि कि कोविड-19 पॉजिटिव मिले लोगों में एक बड़ी संख्या (43.5%) उनकी है जिनमें ऐंटीबॉडीज नहीं मिलीं.