दिल्ली : दिल्ली के जंतर मंतर मैदान में चल रहे पहलवानों के विरोध के बीच दिल्ली पुलिस के एक्शन के बाद राजनीति गरमाने लगी हैं। किसान नेता राकेश टिकैत पहलवानों को रिहा करने की जिद पर अड़ गए हैं। वे गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे हैं। टिकैत इस बार आर या पार के मूड में हैं। उन्होंने कहा कि पहले खिलाड़ियों की रिहाई, फिर होगी बॉर्डर से विदाई।
रविवार (28 मई) को दिल्ली में जंतर-मंतर पर डब्ल्यूएफआई चीफ के खिलाफ विरोध कर रहे पहलवालों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस के इस एक्शन का कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने विरोध किया। इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत पहलवानों की रिहा की मांग को लेकर गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे हैं। उनके समर्थन में बड़ी संख्या में किसान यूनियन के सदस्य और समर्थक भी हैं। उन्होंने कहा है कि खिलाड़ियों या तो रिहा किया जाए या फिर हमें गिरफ्तार कर लिया जाए।
बता दें कि पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस की कार्रवाई का चौतरफा विरोध हो रहा है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने इस कार्रवाई का विरोध किया है। काग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ राहुल गांधी, प्रियंका ने ट्वीट कर पहलवानों के विरोध का समर्थन किया और पुलिस की कार्रवाई की निंदा की।
वहीं अपने समर्थकों को साथ राकेश टिकैत दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पुलिस उन्हें दिल्ली में घुसने नहीं दे रही। बता दें कि जंतर- मंतर मैदान नए संसद भवन की ओर पहलवानों के मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस ने ये कार्रवाई की।
पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद दिल्ली बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेट लगाकर सील किया जा चुका है। राहुल गांधी, प्रियंका, मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट कर पहलवानों का समर्थन किया है।