नई दिल्ली New Delhi: पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 80वीं जयंती के अवसर पर उनके बेटे और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के वीरभूमि में जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस श्रद्धांजलि सभा में राहुल गांधी के साथ रॉबर्ट वाड्रा और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी उपस्थित थे। श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद, राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा, "एक करुणामय व्यक्तित्व, सौहार्द और सद्भावना के प्रतीक… पापा, आपकी सीख मेरी प्रेरणा है, भारत के लिए आपके सपने मेरे अपने हैं। आपकी यादों के साथ मैं इन्हें पूरा करूंगा।" और
खरगे ने राजीव गांधी के कार्यों की सराहना की
मंगलवार को, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कई अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर, उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री के योगदान और उनके द्वारा किए गए कार्यों को याद किया। राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं ने 'वीरभूमि' जाकर राजीव गांधी की समाधि पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए और उनकी याद में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व PM राजीव गांधी भारत के महान सपूत थे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 80वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर नेताओं ने राजीव गांधी के योगदान और उनके द्वारा देश के लिए किए गए कार्यों को याद किया। इस मौके पर, मल्लिकार्जुन खरगे नेSocial media platforms ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा, “आज देश सद्भावना दिवस मना रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भारत के महान सपूत थे। उन्होंने करोड़ों भारतीय नागरिकों में आशा की किरण जगाई और अपने अभूतपूर्व योगदान से भारत को 21वीं सदी में प्रवेश कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।” खरगे ने इस पोस्ट के माध्यम से राजीव गांधी के दूरदर्शिता और उनकी नीति सुधारों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की, जो आज भी भारतीय राजनीति और समाज में उनके योगदान की गवाही देती है।
उनके द्दष्टिकोण आज भी गहरा प्रभाव छोड़ते हैं
रमेश ने राजीव गांधी के योगदान की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मार्च 1985 के बजट में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका ने आर्थिक नीति के प्रति एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। उन्होंने आगे बताया कि 1991 के लोकसभा चुनावों के लिए घोषणापत्र, जिस पर राजीव गांधी ने अपनी दुखद हत्या से कुछ सप्ताह पहले लंबा समय काम किया था, ने जून-जुलाई 1991 के राव-मनमोहन सिंह सुधारों की नींव रखी। रमेश ने इस संदर्भ में एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए राजीव गांधी के योगदान की सराहना की और उनकी याद में श्रद्धांजलि अर्पित की। उनका कहना था कि राजीव गांधी का दृष्टिकोण और उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी भारत के राजनीतिक और तकनीकी परिदृश्य में गहरा प्रभाव छोड़ते हैं।