नोएडा न्यूज़: स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए अब निजी स्कूल के शिक्षक भी आवेदन कर सकेंगे. इसके लिए केंद्र की ओर से शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने गाइडलाइन जारी की है.
एक अधिकारी ने बताया कि प्राइमरी से उच्च, माध्यमिक तक के शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं. इसमें सभी शासकीय, अशासकीय विद्यालयों के अतिरिक्त राज्य ओर केंद्र के बोर्डो से मान्यता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षक शामिल हैं. सीबीएसई, सीआईएससीई बोर्डों से संबद्ध शिक्षकों को भी अर्ह माना गया है. इनमें निजी विद्यालय भी शामिल हैं. अबतक पुरस्कार के लिए सरकारी स्कूलों के विद्यालयों को ही मान्यता दी गई थी. खास यह है कि निजी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए दस साल का अनुभव अनिवार्य है.
शिक्षा मंत्रालय ने गाइड लाइन में बदलाव किया है. पुरस्कार की भी संख्या 47 से बढ़ाकर 50 की गई है. इनमें दो दिव्यांग शिक्षक भी शामिल होंगे. जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षामित्र इस पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे.
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ऐश्वर्या लक्ष्मी ने बताया कि पुरस्कार प्राप्त करने के लिए शिक्षकों में रुचि बढ़ी है. वर्तमान में जिले में कोई भी राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक नहीं हैं, एक थे जो अब सेवानिवृत्त हो चुके. इनके अनुभवों से स्कूलों में शिक्षा का स्तर बढ़ाया जाने की भी योजना है.
बिजली चोरी रोकने को अभियान चलेगा
उत्तर प्रदेश पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन एम देवराज ने ऑनलाइन बैठक में बिजली चोरी रोकने के लिए रात में चेकिंग अभियान तेज करने का निर्देश दिए हैं.
बैठक के बाद पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक चैत्रा वी ने शहर के मुख्य अभियंता राजीव मोहन को निर्देश दिया कि अधिकारी बिजली चोरी रोकने के लिए अपने क्षेत्रों में रात में भी चेकिंग अभियान चलाएं, जिससे विद्युत लोड से हो रहे फाल्ट को भी नियंत्रित किया जा सके. उन्होंने कहा कि विद्युत चोरी कर विभाग को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मुख्य अभियंता ने एमडी को बताया कि जिले में विद्युत कार्मिक बिजली की निर्बाध आपूर्ति बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.