दिल्ली में आज से प्राइवेट शराब की दुकानें खुल गई, जानें टाइमिंग और कीमत

नई आबकारी नीति के अनुसार, पुरानी शराब की दुकानों के विपरीत जहां ग्राहकों को सड़कों पर खड़ा होना पड़ता था और एक छोटी खिड़की के माध्यम से उन्हें शराब बेची जाती थी, नई प्राइवेट शराब की दुकानें वॉक-इन होंगी.

Update: 2021-11-17 05:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आज से राष्ट्रीय राजधानी में नई आबकारी नीति (New Excise Policy) लागू हो गई है. दिल्ली सरकार के लाइसेंस पर संचालित होने वाली शराब बिक्री की करीब 600 दुकानों में खुदरा बिक्री का मंगलवार को अंतिम दिन रहा. देश की राजधानी में आज से लागू होने वाली नई आबकारी नीति में शराब की बिक्री पूरी तरह से निजी हाथों में चली जाएगी. नई आबकारी नीति लागू होने के बाद दिल्ली में करीब 850 निजी शराब बिक्री केंद्र संचालित होंगे जहां से लोग अपनी पसंद की शराब खरीद सकेंगे. आज से ही ये निजी शराब बिक्री केंद्र काम शुरू कर देंगे.

हालांकि, नई व्यवस्था के पहले दिन राजधानी में शराब की उपलब्धता पर थोड़ा असर पड़ सकता है. आज सिर्फ 250-300 निजी दुकानों के ही खुलने की संभावना है. नई आबकारी नीति के अनुसार, पुरानी शराब की दुकानों के विपरीत जहां ग्राहकों को सड़कों पर खड़ा होना पड़ता था और एक छोटी खिड़की के माध्यम से उन्हें शराब बेची जाती थी, नई प्राइवेट शराब की दुकानें वॉक-इन होंगी.
नई एक्साइज पॉलिसी में क्या है खास?
नई नीति में खुली शराब बिक्री के लिए L-17 लाइसेंस दिए जाएंगे जिसमें स्वतंत्र रेस्तरां एवं बार भी शामिल हैं. इन रेस्तरां एवं बार में सार्वजनिक प्रदर्शन से बचते हुए शराब परोसी जा सकती है. वहां पर संगीत एवं डीजे की व्यवस्था भी करने की छूट होगी.
नई शराब की दुकानों का समय
आबकारी विभाग के अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली में शराब की नई दुकानें सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुली रहेंगी. एयरपोर्ट पर दुकानें दिन भर खुल सकती हैं.
महंगी हो जाएगी शराब?
नई नीति के तहत, खुदरा विक्रेता अब सरकार द्वारा अनिवार्य MRP पर बेचने के बजाय बिक्री मूल्य तय करने के लिए स्वतंत्र हैं. आबकारी विभाग, जो दिल्ली में रजिस्टर्ड होने वाले ब्रांडों के मैक्सिमम रिटेल प्राइस (MRP) तय करने की प्रक्रिया में है, ने कहा कि सभी प्रकार की शराब के थोक मूल्य में 8-9 फीसदी की बढ़ोतरी होने की संभावना है.
शराब की कीमतें शुरुआती दिनों में थोड़ी ऊंची दरों के साथ शुरू हो सकती हैं, लेकिन यह दूसरा रास्ता भी हो सकता है. एक अधिकारी ने कहा, हम कीमतें स्थिर होने के लिए बाध्य हैं और हम कह सकते हैं कि दिल्ली शराब की दरों को कम रखने और आकर्षक छूट की पेशकश करने में गुरुग्राम के साथ जोरदार प्रतिस्पर्धा करेगी, जो अब तक राष्ट्रीय राजधानी में संभव नहीं था.
पूरी करनी होगी ये शर्तें
नई नीति में कहा गया है कि लाइसेंस के लिए अन्य सामान्य विक्रेताओं की तुलना में वे 2.5 गुना अधिक भुगतान करें. वे केवल 200 रुपये से अधिक कीमत की बीयर और व्हिस्की, जिन, वोदका जैसी स्पिरिट्स बेच सकते हैं जिनकी कीमत 1,000 रुपये से अधिक है. उन्हें स्टोर में वाइन सहित कम से कम 50 इम्पोर्टेड शराब ब्रांड का स्टॉक करना होगा.
नई आबकारी नीति के अनुसार, पुरानी शराब की दुकानों के विपरीत, जहां ग्राहकों को सड़कों पर खड़ा होना पड़ता था और एक छोटी खिड़की के माध्यम से उन्हें शराब बेची जाती थी, नई प्राइवेट शराब की दुकानें वॉक-इन होंगी.


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