नोएडा एक्सप्रेसवे को लंदन की सड़कों की तरह बनाने की तैयारी: नोएडा प्राधिकरण

Update: 2022-12-14 14:40 GMT

एनसीआर नॉएडा न्यूज़: नोएडा प्राधिकरण की हाल में हुई बोर्ड बैठक में शहर को लेकर कई अहम फैसले लिए गए हैं। इस बोर्ड बैठक में दिल्ली बॉर्डर से नोएडा के रास्ते ग्रेटर नोएडा तक जाने वाले एक्सप्रेसवे को आकर्षक और खूबसूरत बनाने का फैसला लिया गया है। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, बोर्ड बैठक में नोएडा एक्सप्रेसवे को सिंगापुर, न्यूयॉर्क और दुबई की तर्ज पर सजाने का प्लान किया जा रहा है।

एक्सप्रेस-वे होगा आकर्षक: बताया जा रहा है कि नोएडा एक्सप्रेसवे को व‍िदेशी तर्ज पर खूबसूरत बनाने की योजना तैयार की गई है। इस एक्‍सप्रेस-वे को लंदन, न्यूयॉर्क, दुबई की स्ट्रीट की तर्ज पर सजाया जाएगा। एक्सप्रेस-वे को टेक्निकल चीजों से लैस किया जाएगा। बता दें कि नोएडा एक्सप्रेसवे पर प्रतिदिन डेढ़ लाख से अधिक वाहनों की आवाजाही होती है। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे करीब 24 किलोमीटर लंबा है। बोर्ड बैठक में इसके अलावा और भी कई खास फैसलों पर मुहर लगाई गई है।

जाम से मिलेगी राहत: नोएडा एक्सप्रेसवे पर सबसे ज्यादा समस्या वर्तमान में जाम को लेकर रहती है। सुबह-शाम दफ्तरों से आने-जाने वाले वाहनों को जाम से जूझना पड़ता है। इस मार्ग पर जाम से निजात पाने के लिए नोएडा प्राधिकरण और नोएडा मेट्रो दो प्रोजेक्टों पर काम कर रही है। जिसमें प्राधिकरण के तरफ से नया एक्सप्रेसवे बनाने की तैयारी की जा रही है। दूसरी तरफ नोएडा मेट्रो नई रेल लाइन बिछाने को लेकर तैयारी में जुटी हुई है। यह मेट्रो लाइन सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डेन तक जुड़ेगी। इन दोनों प्रोजेक्ट को पूरा होने के बाद नोएडा से ग्रेटर नोएडा आने-जाने वाले लाखों लोगों को जाम से राहत मिलेगी।

नोएडा साउथ के इन सेक्टरों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा: इस सड़क का सबसे ज्यादा फायदा नोएडा साउथ के इलाके को मिलेगा। यहां बस रहे नए सेक्टर-128, सेक्टर-135, सेक्टर-150, सेक्टर-151, सेक्टर-168, छपरौली, मंगरौली, याकूतपुर, झट्टा, बादली, सफीपुर, नंगला, नंगली, नंगली साकपुर और मोमनाथल समेत ग्रेटर नोएडा के कई गांवों को बड़ा फायदा मिलेगा। सेक्टर-150 और सेक्टर-151 में ऐस ग्रुप, एटीएस, टाटा हाउसिंग व तमाम दूसरे बिल्डरों की हाउसिंग सोसायटी डिवेलप हो रही हैं।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे का दबाव कम होगा: यह नई सड़क 6 लेन वाली बनाई जाएगी। यह यमुना नदी और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे के बीच में समांतर रूप से बनाई जाएगी। इस सड़क की बदौलत एक्सप्रेसवे का दबाव कम हो जाएगा। दूसरी ओर नोएडा के यमुना किनारे वाले सेक्टरों और गांवों को एक अच्छा मार्ग मिलेगा। अभी इस इलाके के लाखों लोग केवल नोएडा एक्सप्रेसवे पर निर्भर हैं। यह निर्भरता खत्म होगी।

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