पुलिस ने किन्नर की हत्या और सिपाही को गोली मारने वाले आरोपी को किया गिरफ्तार
दिल्ली क्राइम न्यूज़ अपडेट: तीस हजारी अदालत में एक किन्नर की हत्या और सिपाही को गोली मारने के मामले में उम्रकैद की सजा पाए फरार कैदी को नजफगढ़ थाना पुलिस ने बहादुरगढ़ से गिरफ्तार किया है। कैदी साल 2012 में पेरोल पर जेल से निकलने के बाद फरार हो गया था। वह बहादुरगढ़ स्थित एक फैक्टरी में अपनी पहचान बदलकर नौकरी कर रहा था। द्वारका जिले के डीसीपी एम हर्षवर्धन ने सोमवार को बताया कि गिरफ्तार कैदी की पहचान गांव सराय औरंगाबाद, बहादुरगढ़ हरियाणा निवासी श्री गोपाल के रूप में हुई है। 16 जुलाई को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि हत्या और हत्या के प्रयास में सजायाफ्ता एक कैदी अपनी पहचान बदलकर बहादुरगढ़ में रह रहा है। वह पेरोल पर जेल से निकलने के बाद फरार हो गया था। इस सूचना पर नजफगढ़ थाना प्रभारी अजय कुमार के नेतृत्व गठित टीम ने रविवार को बहादुरगढ़ में दबिश देकर श्री गोपाल को गिरफ्तार कर लिया। वह वहां मणि गोपाल के नाम की पहचान से रह रहा था।
पूछताछ में श्री गोपाल ने बताया कि वह साल 2003 में नजफगढ़ इलाके में रहता था। उसने सुपारी लेकर 28 अप्रैल 2003 में तीस हजारी कोर्ट में एक किन्नर की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान एक सिपाही ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, उसने सिपाही के पैर में गोली मार दी और वहां से भागने की कोशिश की। वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे धर दबोचा। उसके बाद से वह तिहाड़ जेल में बंद हो गया। इस मामले में निचली अदालत से उसे उम्रकैद की सजा सुनाई। साल 2012 में उच्च न्यायालय में उसने पेरोल की अर्जी दाखिल की। जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया। पेरोल पर वह जेल से बाहर आ गया और पेरोल की अवधि खत्म होने के बाद वह फरार हो गया। इस दौरान वह कई जगहों पर रहा। फिर वह पहचान बदलकर बहादुरगढ़ के गांव सराय औरंगाबाद, में रहने लगा। वह वहां की एक फैक्टरी में काम करने लगा।