नई दिल्ली,(आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रिटेन के अपने समकक्ष ऋषि सुनक के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, इस दौरान दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच परस्पर लाभकारी मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को जल्द से जल्द पूरा करने की जरूरत पर सहमति जताई। एफटीए पर दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच विचार-विमर्श ब्रिटिश मीडिया के कुछ वर्गो में इन खबरों के बीच हुआ है कि भारत ने पिछले हफ्ते लंदन में अपने उच्चायोग के कार्यालय पर हमले को लेकर व्यापार वार्ता को रोकने की धमकी दी थी।
बाद में दोनों पक्षों ने इन खबरों का खंडन किया था।
दरअसल, सूत्रों ने बताया कि मोदी ने सुनक के साथ अपनी बातचीत के दौरान ब्रिटेन में भारतीय राजनयिक प्रतिष्ठानों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया और ब्रिटेन सरकार द्वारा भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आह्वान किया।
सुनक ने बताया कि यूके भारतीय उच्चायोग पर हमले को पूरी तरह से अस्वीकार्य मानता है और भारतीय मिशन और उसके कर्मियों की सुरक्षा का आश्वासन देता है।
इस बीच, आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि मोदी और सुनक दोनों ने भारत-ब्रिटेन रोडमैप 2030 के हिस्से के रूप में कई द्विपक्षीय मुद्दों पर प्रगति की समीक्षा की।
उन्होंने हाल के उच्चस्तरीय आदान-प्रदान और विशेष रूप से व्यापार और आर्थिक क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग पर संतोष जताया।
मोदी ने ब्रिटेन में शरण लेने वाले आर्थिक अपराधियों का मुद्दा भी उठाया।
उन्होंने इन भगोड़ों की वापसी पर प्रगति की मांग की, ताकि वे भारतीय न्याय व्यवस्था के सामने पेश हो सकें।
मोदी ने सुनक को सितंबर 2023 में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने जी20 की भारत की अध्यक्षता में की गई प्रगति की सराहना की और भारत की पहल और उनकी सफलता के लिए यूके के पूर्ण समर्थन को दोहराया।
--आईएएनएस