सिख समुदाय के लोगों के साथ पीएम मोदी ने मुलाकात कर की बातचीत
सिख समुदाय (Sikh Community) के गणमान्य व्यक्तियों और बुद्धिजीवियों के एक समूह ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात की
सिख समुदाय (Sikh Community) के गणमान्य व्यक्तियों और बुद्धिजीवियों के एक समूह ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से मुलाकात की, और समुदाय तथा देश की एकता के प्रति प्रधानमंत्री की प्रतिबद्धता की सराहना की. समूह के साथ गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास पर बैठक 90 मिनट से अधिक तक चली. इस दौरान मोदी ने सिखों के साथ अपने संबंध और उनकी सरकार द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों के बारे में बात की.
सिरसा ने कहा कि मोदी ने समूह के सदस्यों से समुदाय से संबंधित किसी भी मुद्दे पर उनसे संपर्क करने को कहा. प्रधानमंत्री ने कहा कि वह खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उनकी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में सिखों से संबंधित कई कार्यक्रमों की शुरुआत और पहल की है. मोदी से मुलाकात करने वाले वास्तुकार चरणजीत सिंह शाह ने कहा, यह (आज की बैठक) प्रधानमंत्री द्वारा सिख समुदाय को गले लगाने जैसा है. संदेश था कि समुदाय महत्वपूर्ण है लेकिन देश की एकता अधिक महत्वपूर्ण है.
राष्ट्रीय महिला आयोग के विशेषज्ञ पैनल की सदस्य दमनजीत कौर संधू ने कहा, हमने पंजाब में नशीली पदार्थों के मुद्दे पर चर्चा की. अब हम देखते हैं कि समृद्ध परिवारों के युवा भी ड्रग्स में शामिल हो रहे हैं. सर (प्रधानमंत्री) ने ध्यानपूर्वक हमारी बातें सुनी. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के सेवानिवृत्त अधिकारी के बी एस सिद्धू ने कहा कि उन्होंने 37 साल की अपनी सेवा में किसी को इतना चिंतित नहीं देखा जितना प्रधानमंत्री सिख समुदाय के बारे में हैं. उन्होंने कहा, मैंने ऐसी प्रतिबद्धता नहीं देखी है. हर सिख, हर पंजाबी और हर भारतीय को अपने समुदाय, राज्य और देश के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करना चाहिए. सिरसा ने कहा कि समूह के सदस्यों में जगत गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, पटियाला के कुलपति करमजीत सिंह, गुरु नानक देव विश्वविद्यालय(अमृतसर) के कुलपति जसपाल सिंह संधू समेत अन्य शामिल थे.
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी पीएम मोदी से की थी मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ गुरुवार को दिल्ली में बैठक करने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हमें राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखने के लिए केंद्र के समर्थन की जरूरत है. पंजाब आर्थिक स्थिति बदहाल है. हमने राज्य की वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए 2 साल के लिए हर साल 50,000 करोड़ रुपए के पैकेज की मांग की है. राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में 16 मार्च को शपथ ग्रहण के बाद भगवंत मान की ये प्रधानमंत्री से पहली मुलाकात है. हाल में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 92 सीट जीती हैं.