नई दिल्ली (आईएएनएस)| देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोविड-19, इन्फ्लूएंजा की स्थिति और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान सावधानी बरतने और सतर्कता बनाए रखने की सलाह दी और सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों की लैब निगरानी और टेस्ट बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया। प्रधानमंत्री ने जीनोम सीक्वेंसिंग में तेजी लाने का भी आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों को तैयारी सुनिश्चित करने के लिए अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराने का भी निर्देश दिया। पीएम ने कहा कि कोविड-19 महामारी अभी खत्म नहीं हुई है और देशभर में स्थिति की नियमित रूप से निगरानी करने की जरूरत है।
पीएम मोदी ने टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट-टीकाकरण और कोविड उपयुक्त (अप्रोप्रिएट) व्यवहार की पांच गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने, लैब निगरानी बढ़ाने और सभी गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) मामलों के टेस्ट की सलाह दी है।
बैठक में पीएम मोदी को बताया गया कि 22 मार्च 2023 को अंत वीकेंड में भारत में नए मामलों में मामूली वृद्धि देखी जा रही है, औसत दैनिक मामले 888 और साप्ताहिक सकारात्मकता 0.98 प्रतिशत दर्ज की गई है। हालांकि, इसी सप्ताह के दौरान वैश्विक स्तर पर रोजाना औसतन 1.08 लाख मामले सामने आए हैं।
22 दिसंबर 2022 को हुई पिछली कोविड-19 समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निदेशरें पर की गई कार्रवाई पर भी चर्चा की गई। बैठक में पीएम के प्रमुख सचिव पीके मिश्रा, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, स्वास्थ्य सचिव, आईसीएमआर के महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
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