यात्रियों को दिल्ली-मेरठ रैपिड रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को मिलेगी ठहरने और खाने की सुविधा, 2025 तक चालू करने की है योजना
दिल्ली-मेरठ के बीच प्रस्तावित रैपिड रेल के स्टेशनों पर यात्रियों को ठहरने की सुविधा मिलेगी।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दिल्ली-मेरठ के बीच प्रस्तावित रैपिड रेल के स्टेशनों पर यात्रियों को ठहरने की सुविधा मिलेगी। सरफेस और एलिवेटेड रैपिड स्टेशनों की छत पर कमरे बनाए जाएंगे। इससे यात्रियों को एक ही जगह रहने, ठहरने और परिवहन की सुविधा मिलेगी।
एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन) की तैयारी है कि देश के अलग-अलग हिस्सों से दिल्ली-एनसीआर आने वाले यात्रियों को रैपिड स्टेशन पर ठहरने की सुविधा मिले और वे वहीं नीचे से ट्रेन पकड़कर अपनी मंजिल पर पहुंच सकें। देश में इस तरह का प्रयोग पहली बार हो रहा है।
परीक्षा देने आए छात्र भी रुक सकेंगे
एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने 'हिन्दुस्तान' को बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशनों की छत पर कमरे बनाए जाएंगे। बड़ी संख्या में लोग अपने काम के सिलसिले में दिल्ली-एनसीआर आते हैं। छात्र भी अलग-अलग परीक्षाएं देने आते हैं। वे कहीं भी रैपिड ट्रेन के स्टेशनों पर ठहर सकेंगे। नीचे की मंजिलों पर फूड कोर्ट होंगे। इससे उन्हें रहने-खाने की कोई समस्या नहीं होगी।
योजना तैयार हो रही
रैपिड रेल के अलग-अलग स्टेशनों पर इसके लिए योजना तैयार हो रही है। दिल्ली-मेरठ के बीच 2025 तक पूरे रूट पर रैपिड रेल दौड़ाने की तैयारी है। इसी समय तक स्टेशनों की छत पर कमरे भी तैयार कर लिए जाएंगे। ये कमरे आधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। ट्रेन परिचालन के साथ यह सुविधाएं भी शुरू हो जाएंगी।
अक्तूबर तक तय होगा किराया
रैपिड रेल के 17 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर मार्च 2023 तक ट्रेन चलनी है। साहिबाबाद से दुहाई के बीच इसका परिचालन होगा। एनसीआरटीसी एमडी ने बताया कि इसके किराए का निर्धारण अक्तूबर तक कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि किराया तय करने के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है। सार्वजनिक परिवहन में ज्यादा किराया नहीं रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि हम किराए के साथ-साथ दूसरे तरीकों से भी राजस्व बढ़ाने में जुटे हैं। इससे लोगों पर ज्यादा भार नहीं आएगा और वे मुनासिब किराए में अपना सफर कर सकेंगे।